उन्होंने कहा कि, मेट्रो, राज्य और केंद्र की संयुक्त साझेदारी से बना है और इसने पिछले एक साल में अच्छा परिणाम दिया है। ऐसा लगता है कि किसी ने प्रधानमंत्री को गलत जानकारी दी है। वे प्रधानमंत्री को बताना चाहते हैं कि, महिलाओं के लिए शक्ति योजना लागू करने के साथ ही कर्नाटक राज्य सडक़ परिवहन निगम (केएसआरटीसी) और बेंगलूरु मेट्रो का संचालन कुशलतापूर्वक किया जा रहा है। कई अन्य राज्य भी शक्ति योजना में रुचि ले रहे हैं।
नई बसें खरीदने का निर्णय
प्रधानमंत्री मोदी ने कथित तौर पर बस और मेट्रो रेल सेवाओं पर बात की है। हालांकि, उन्होंने कर्नाटक का विशेष संदर्भ दिया या नहीं, यह ज्ञात नहीं है। यह पूछे जाने पर कि उत्तर कर्नाटक में बसों की कमी है, शिवकुमार ने कहा कि, पहले ही 1,000 नई बसें खरीदने का निर्णय लिया गया है। इनमें से 100 बसें रामनगर जिले को आवंटित की गई हैं। उत्तर कर्नाटक को भी बसें आवंटित की जाएंगी। सरकार केएसआरटीसी से मुनाफा कमाने के बारे में नहीं सोच रही है। केवल यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उसे घाटा न हो। सरकार शक्ति योजना के तहत टिकट लागत की प्रतिपूर्ति कर रही है।