
BWSSV नियमों के क्रियान्वयन में असफल : कैग
बेंगलूरु. नियंत्रक एवं महालेखाकार परीक्षक (सीएजी) की हालिया रिपोर्ट में बेंगलूरु जलापूर्ति एवं सीवरेज बोर्ड (बीडब्ल्यूएसएसबी) का प्रदर्शन बेहद खराब पाया गया है। शहर के आधे से ज्यादा हिस्सों में कावेरी पानी की आपूर्ति करने वाले बीडब्ल्यूएसएसबी के लिए कैग रिपोर्ट-2018 में 10 विसंगतियां शामिल हैं जिनमें सरकारी नियमों के प्रवर्तन, बिलिंग अंतराल और प्रौद्योगिकी को अपनाना शामिल है।
बेंगलूरु को पानी के लिए आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से और जल संरक्षण की दिशा में मार्च-2016 में बीडब्लयूएसएसबी ने शहर में मौजूदा 2400 वर्ग फीट और ज्यादा के सभी मकानों तथा 1200 वर्गफीट और ज्यादा क्षेत्र में प्रस्तावित या निर्माणाधीन सभी संरचनाओं में वर्षा जल संचयन (आरडब्ल्यूएच) प्रणाली लागू करने को अनिवार्य किया था। यह भी कहा गया था कि अगर आरडब्ल्यूएच को नहीं अपनाया गया तो ऐसे संपत्तिधारकों पर जुर्माना लगाया जाएगा लेकिन यह नियम सिर्फ कागजों तक सीमित रह गया। यहां तक कि बीबीडब्ल्यूएसएसबी को उन सभी मकानों की भी जानकारी नहीं है जहां कावेरी पानी की आपूर्ति होती है।
इसी प्रकार की कई विसंगतियों को कैग की रिपोर्टमें दर्शाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल 8 .79 लाख मीटर वाले कनेक्शन (15 मार्च 2017 को) में बीडब्ल्यूएसएसबी को केवल 2.97 लाख कनेक्शन के साइट क्षेत्र की जानकारी उपलब्ध है। इनमें से 1,538 कनेक्शन ऐसे हैं जो 2400 वर्गफीट या उससे अधिक की साइट पर है लेकिन उन्हें आरडब्ल्यूए कार्यान्वयन नहीं करने के बावजूद दंडित नहीं किया गया। सभी कनेक्शनों की साइट जानकारी नहीं होने के कारण आरडब्ल्यूए नीति को प्रभावी रूप से लागू नहीं किया जा सका है।
नियमों के तहत पानी कनेक्शन लेने के लिए संपत्तिधारक को अनिवार्य रूप से बीबीएमपी से जारी कब्जा प्रमाणपत्र होना चाहिए। अगर यह प्रमाणपत्र उपलब्ध नहीं कराया जाता है तो बोर्ड सिर्फ अस्थायी कनेक्शन देगा और पानी तथा स्वच्छता शुल्क पर 50 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा। कैग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बीडब्ल्यूएसएस ने कनेक्शन देने के लिए आरआर संख्या, कब्जा प्रमाणपत्र संख्या, कब्जा तिथि और साइट क्षेत्र के कॉलमों को खाली छोड़ रखा है। जांच में पाया गया कि 1 अप्रैल 2016 के बाद जिन 3555 कनेक्शन को स्वीकृति दी गई उनमें किसी में कब्जा प्रमाणपत्र नहीं लिया गया और नहीं सामान्य शुल्क के अलावा 50 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लिया गया।
आधे से ज्यादा पानी का विवरण नहीं
पानी बिलों को समय से नहीं जारी करने के बिन्दु पर भी कैग रिपोर्ट में उठाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया कि बीबीडब्ल्यूएसएसबी मात्र 1.09 लाख उपभोक्ताओं का बिल करता है यानी बीडल्ब्यूएसएसबी के पास करीब 45 प्रतिशत पानी का कोई डेटा नहीं है। शहर में जितनी मात्रा में पानी की आपूर्ति की जा रही है उसमें आधे पानी को कोई विवरण बीडब्ल्यूएसएसबी को नहीं है। अध्ययन में यह भी पाया गया कि 1266 उपभोक्ताओं का बिल पिछले छह महीनों से ज्यादा समय से नहीं बना है।
330 उपभोक्ताओं के चेक होते हैं बाउंस
रिपोर्ट में एक रोचक फर्जीवाड़े का जिक्र करते हुए कहा गया है 330 ऐसे उपभोक्ता हैं जिनके चेक नियति रूप से बाउंस हो जाते हैं। बीडब्लूएसएसबी के चेयरमैन तुषार गिरिनाथ ने कहा कि हमारे इंजीनियरों का दल कैग के साथ बैठक करेगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि विसंगतियों को दोहराव न हो।
Updated on:
11 Aug 2018 07:33 pm
Published on:
11 Aug 2018 07:31 pm
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