23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

गुरु वाणी में रमण करने का संदेश देता है गुरुवार

गुरु को अंतर्मन में बसाना है। उन्होंने कहा कि ठाणांग सूत्र में गुरु के तीन प्रकार बताये गए है

2 min read
Google source verification
janism

गुरु वाणी में रमण करने का संदेश देता है गुरुवार

मैसूरु. वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ सिद्धार्थनगर सीआईटीबी परिसर में श्रुत मुनि ने सात वार में गुरुवार का वर्णन करते हुए बताया कि 'गुरु वाणी में रमण करोÓ गुरुवार हमें यही दिव्य संदेश देता है कि गुरु कृपा को जीवन में पाना, गुरु भाग्य विधाता है। गुरु को अंतर्मन में बसाना है। उन्होंने कहा कि ठाणांग सूत्र में गुरु के तीन प्रकार बताये गए है।

पहला जन्मगुरु, जो जीवन जीने की कला बताने वाले, लालन पालन करने वाले, योग्य बनाने वाले माता पिता प्रथम गुरु है। दूसरा सम्यक गुरु मिथ्या से सत्य, पाप से पुण्य, गलत से सही, अज्ञान से ज्ञान, कुमार्ग से सदमार्ग के प्रणेता, तप, त्याग, दान, शील, यर्थात का बोध देने वाले धर्मगुरु कहलाए जाते हैं। तीसरा जीवन निर्माण गुरु, जो व्यावहारिक ज्ञान, रुचि के अनुसार कार्य सिखाने, व्यापर सिखाने वाले होते हैं। गुरुवार का दूसरा नाम है बृहस्पतिवार जो ब्रह्मा का रूप है। हमें जीवन में गुरु कृपा का स्थान सर्वोच्च समझना चाहिए। संघ की ओर से अध्यक्ष सम्पत कोठारी एवं मंत्री मदनलाल पोरवाड़ ने तपस्वी का सम्मान किया।


सुशील धाम में होगा बेंगलूरु प्रवेश समारोह
बेंगलूरु. आचार्य महाश्रमण ने आगामी 20 जून 2019 को सुशील धाम में बेंगलूरु प्रवेश समारोह का आयोजन करने की स्वीकृति प्रदान की है। इस मौके पर व्यवस्था समिति के अध्यक्ष मूलचंद नाहर, माइक्रो लैब के चेयरमैन दिलीप सुराणा आदि उपस्थित थे।


जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि
बेंगलूरु. जयमल जैन श्रावक संघ के तत्वावधान में जयधुरंधर मुनि ने कहा कि व्यक्ति की जैसी दृष्टि होती है वैसी ही सृष्टि उसे नजर आती है। उन्होंने कहा कि दृष्टिकोण सम्यक होने पर व्यक्ति को सभी में गुण ही नजर आएंगे और ऐसा गुणानुरागी व्यक्ति स्वयं भी गुणवान बन जाता है। हर इंसान में गुण अवगुण दोनों ही मौजूद रहते हैं। सभा में जयकलश मुनि ने क्या ढूंढता है बुराई किसी मे, भलाई बुराई तो मिलेगी सभी में...गीतिका प्रस्तुत की। महिला तत्व ज्ञान शिविर में जयमल जैन महिला मंडल, बहू मंडल की सदस्याओं ने ज्ञानार्जन प्राप्त किया।