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जीसैट-6 ए उपग्रह से संपर्क टूटा!

तकनीकी समस्या के संकेत

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बेंगलूरु. दो दिन पहले ही जीएसएलवी एफ-08 रॉकेट से छोड़ा गया अत्याधुनिक संचार उपग्रह जीसैट-6 ए के साथ बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। उपग्रह के साथ संपर्क टूट गया है और इसरो वैज्ञानिक संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक उपग्रह में कुछ तकनीकी खराबी आई है जिसके कारण यान से संपर्क टूट गया है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई है। खबर लिखे जाने तक तमाम प्रयासों के बावजूद यान से संपर्क स्थापित नहीं हो पाया था।
बताया जाता है कि यह घटना उस वक्त घटी जब उपग्रह को ऑपरेशनल कक्षा में पहुंचाने के लिए दूसरे मैनुवर की प्रक्रिया पूरी ही हुई थी। इसरो के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक जिस तरह से मिशन में खराबी आई है उसे ठीक करना बेहद कठिन है। हालांकि, जीएसएलवी एफ-08 का प्रक्षेपण शानदार रहा और उसने संचार उपग्रह जीसैट-6 ए को निर्धारित कक्षा में बेहद सटीकता के साथ सफलतापूर्वक स्थापित किया।
जीएसएलवी ने जिस अंडाकार कक्षा में जीसैट-6 ए को स्थापित उसमें पृथ्वी से उसकी न्यूनतम दूरी (पेरिगी) 16 9.4 किमी और अधिकतम दूरी 36 हजार 6 92 किमी (एपोगी) थी और वह 20.6 4 डिग्री पर झुका हुआ था। उसे ऑपरेशनल कक्षा में स्थापित करने के लिए लगभग 36 हजार गुणा 36 हजार किमी वाली दीर्घवृताकार कक्षा में 8 3 डिग्री पूर्वी देशांतर में स्थापित किया जाना था जहां उसका झुकाव शून्य डिग्री होता। इसके लिए तीन मैनुवर किए जाने थे। पहला मैनुवर सफल रहा था। पहले मैनुवर के बाद यान 36 हजार 412 गुणा 5054 किमी वाली कक्षा में पहुंच गया था और उसका झुकाव 11.93 डिग्री हो गया। इस कक्षा में उपग्रह 12 घंटे 45 मिनट में धरती की एक परिक्रमा पूरी कर रहा था। उपग्रह का कामकाज और प्रणालियां सबकुछ ठीक और आशा के अनुरूप थीं। शनिवार को दूसरा मैनुवर किया जाना था। इसके लिए यान में मौजूद तरल एपोगी मोटर (लैम) सुबह लगभग 10 बजे फायर किया गया। दूसरे मैनुवर के बाद ही यान में तकनीकी समस्या उत्पन्न हुई और उसका संपर्क टूट गया।