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फर्जी दस्तावेजों से जुड़े मामले में छह पुलिस कर्मी बर्खास्त

सेवानिवृत्त होने से पहले जुलाई 2016 में जनजाति कोटे में बैक लॉग पदों पर अवैध रूप से सीधे नियुक्तियां की थीं

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फर्जी दस्तावेजों से जुड़े मामले में छह पुलिस कर्मी बर्खास्त

कोलार. केजीएफ के पुलिस अधीक्षक बीएस लोकेश कुमार ने जाली दस्तावेजों की मदद से पुलिस विभाग में नियुक्त हुए छह पुलिस कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है और इस सिलसिले में एक पूर्व आइपीएस अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

बताया जाता है कि निष्कासित सभी छह पुलिस कर्मचारी केजीएफ के पूर्व पुलिस अधीक्षक एचआर भगवान दास के करीबी रिश्तेदार हैं। भगवान दास ने सेवानिवृत्त होने से पहले जुलाई 2016 में जनजाति कोटे में बैक लॉग पदों पर अवैध रूप से सीधे नियुक्तियां की थीं। पदों पर नियुक्तियों के अन्य दावेदार वेंकटरामू, रेणुका और गीता ने इसकी पुलिस महानिदेशक ओमप्रकाश और मध्य क्षेत्र केपुलिस महानिरीक्षक सैयद उल्फत हुसैन से शिकायत की थी।

इसके बाद हुसैन ने खुद इस मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट दी। डीजीपी को दी अपनी रिपोर्ट में उन्होंने भगवान दास पर अधिकारों का गलत इस्तेमाल कर रिश्तेदारों को नियुक्त करने की पुष्टि की और उन्हें बर्खास्त करने की सिफारिश की थी। इसके बाद डीजीपी ओमप्रकाश ने नियुक्तियों को रद्द करने का आदेश जारी कर दिया था लेकिन इसके बाद ओमप्रकाश ने नया आदेश जारी कर पिछले आदेश को कुछ दिन के लिए रोकने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने इस मामले को गंभीरता से लेकर इसकी जांंच की जिम्मेदारी सीआइडी को सौंंपी थी। सीआइडी ने इस मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट पुलिस महानिदेशक नीलामणि एन.राजु को सौंपी थी। नीलमािण ने लोकेश कुमार को छह पुलिस कर्मचारियों को सेवा से निष्कासित करने का आदेश दिया था। इस आदेश पर छह पुलिस कर्मचारियों को निष्कासित कर भगवान दास के खिलाफ मामला दर्ज किया है।


चोरी के आरोप में दो गिरफ्तार
बेंगलूरु. गिरि नगर पुलिस ने चोरी के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार कर 2.50 लाख रुपए के सोने के आभूषण जब्त किए हैं। पुलिस के अनुसार दासरहल्ली के मंजुनाथ (26) और मुनेश्वर ब्लॉक के गुरु कुमार (24) मकानों के ताले तोड़कर या खिड़की के जरिए आभूषण, लैपटाप, मोबाइल या अन्य कीमती चीजें चुराते थे। इनके खिलाफ चोरी के पांच मामले दर्ज हैं।

वह दिन में ठेले पर सब्जी बेच कर सूने मकानों की निशानदेही करते थे और रात में वहां जाकर चोरियां करते थे। मंजुनाथ को चोरी के आभूषण बेचते समय गिरफ्तार किया गया और उसकी निशानदेही पर गुरु कुमार को भी गिरफ्तार किया गया।