
क्रोधाग्नि का उपचार है आराधना
क्रोध का आवेश आए तो संयम का विवेक हमारे पास होना चहिए
बेंगलूरु. वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ राजाजीनगर में आयोजित धर्मसभा में साध्वी संयमलता ने कहा कि भगवान चन्द्राप्रभु की आराधना शीतलता और शांति प्रदान करती है। उनकी आराधना क्रोध की अग्नि का उपचार है। क्रोध आदमी की समस्या है। क्रोध का जब जोर आता है तो आदमी कमजोर हो जाता है। उन्होंने कहा कि क्रोध की अग्नि को बुझााने के लिए क्रोध का पेट्रोल मत डालो। क्रोध का आवेश आए तो संयम का विवेक हमारे पास होना चहिए।
साध्वी अमितप्रज्ञा और साध्वी सौरभप्रज्ञा ने मंत्र का सामूहिक जाप करवाया। प्रारंभ में अशोक बाफणा, महावीर संचेती, गुलाब पगारिया, महेन्द्र मेहता आदि ने सजोड़े मंगल कलश की स्थापना की। स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण एवं देशभक्ति गीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
गुणों का वैभव प्राप्त करें
बेंगलूरु. वीवीपुरम स्थित सीमंधर शांति सूरी जैन ट्रस्ट में आयोजित प्रवचन में आचार्य चन्द्रभूषण सूरी ने कहा कि धर्म स्वरूप महामूल्यवान रत्न प्राप्त करने के लिए गुणों का वैभव प्राप्त करना चाहिए। दुनिया में भी दरिद्र के पास ताकत नहीं है कि वह चिंतामणि रत्न खरीद सके। चिंतामणि रत्न वैभवी लोगों के पास ही होता हे। इसलिए धर्म रत्न को प्राप्त करने से पहले श्रावक को 21 गुणों के वैभव में गंभीरता प्राप्त करना अपना र्पथम लक्ष्यांक होना चाहिए।
सामूहिक क्षमापना दिवस 16 सितम्बर को
बेंगलूरु. जैन युवा संगठन की कार्यकारिणी की विशेष साधारण सभा जिनेश्वर सभागार में हुई। जैन प्रकाश गांधी ने मंगलाचरण किया। स्वागत जैन भरत रांका ने किया। सभा में 16 सितम्बर को जैन समन्वय समिति के अंतर्गत सामूहिम क्षमापना दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। जैन सुभाष गोटवाल ने पंच तीर्थ यात्रा आयोजन संबंधी रिपोर्ट रखी। जैन भीकमचंद मुणेत ने भी विचार रखे।
आवेदन आमंत्रित
बेंगलूरु. बेंगलूरु केंद्रीय विश्वविद्यालय ने स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन आमंत्रित किया है। विद्यार्थी शुक्रवार से 24 अगस्त तक आवेदन कर सकेंगे।
Published on:
17 Aug 2018 06:54 pm
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