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पालोदा (बांसवाड़ा)। वागड़ वाल्मीकि भील समाज संस्थान की जिला स्तरीय बैठक नारसिंह माता मंदिर, भीमपुर में हुई। अध्यक्षता भीमपुर मंडल अध्यक्ष रामलाल कलासुआ ने की। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में जिलाध्यक्ष गौतमलाल डिंडोर ने शिरकत की, जबकि 28 मंडलों के अध्यक्षों और चारों चौखलों के अध्यक्षों को विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मानित किया गया।
बैठक में जिलाध्यक्ष गौतमलाल डिंडोर ने समाज के विकास के लिए युवाओं को शिक्षा, व्यापार, और सामाजिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने समाज में व्याप्त बुराइयों, जैसे नशा मुक्ति और कुरीतियों को समाप्त करने के लिए युवाओं से सक्रिय रूप से काम करने की अपील की। जिला सचिव भैरूलाल राठौड़ ने समाज सुधार के लिए प्रस्तावित नियमावली को प्रस्तुत किया, जिसमें दहेज प्रथा को पूर्ण रूप से बंद करने, कन्यादान में माता-पिता और भाइयों से यथाशक्ति योगदान की अपील की गई।
इसके अलावा नोतरा प्रथा को कम करने, होली पर ढूंढोत्सव में घर के रिश्तेदारों को ही शामिल करने और मृत्यु भोज में केवल दाल-चावल की व्यवस्था करने का सुझाव दिया गया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि समाज में शादी-ब्याह में डीजे पर पाबंदी लगाई जाएगी। इसके उल्लंघन पर एक लाख रुपए का जुर्माना होगा। प्रतिभावान छात्र-छात्राओं के लिए करियर गाइडेंस शिविर आयोजित किए जाएंगे। बैठक में विट्टल चावड़ा, हकरु भाई कटारा, लक्ष्मणलाल डिंडोर, रमेश पांडव और अन्य समाजजन ने भी विचार प्रस्तुत किए।
Published on:
04 Nov 2025 02:44 pm
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