
Mango Production Fell: अरब सागर और बंगाल की खाड़ी की नमी ने वागड़ में मौसम का रुख बदल दिया। इससे शनिवार सुबह चले तेज हवा चलीं। अंधड़ की चपेट से आम की फसल में 5 से 10 फीसदी नुकसान की आशंका है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो जिले में आम की फसल को सबसे अधिक नुकसान गढ़ी क्षेत्र में तकरीबन 10 फीसदी हुआ है। जबकि सज्जनगढ़ - कुशलगढ़ क्षेत्र में नुकसान न के बराबर है।
लसाड़ा, पालोदा, कोटड़ा बड़ा, मेतवाला व सामागड़ा पंचायतों के दर्जनभर गांवों में लोगों के आम के पेड़ों पर लगे आम टूट कर गिर गए। महुए के फूलों को भी नुकसान हुआ। नडिय़ादा निवासी धीरेंद्रप्रताप सिंह सिसोदिया बताते हैं कि इस साल आम की पैदावार अच्छी थी, लेकिन फरवरी माह में ही गर्मी से आम के मंझर कम हो गए और अब तूफ़ान से करीब 15 से 20 क्विंटल आम गिर गए।
मौसम विभाग की मानें तो रविवार से प्रदेश में मौसम अगले 4-5 दिनों ताक शुष्क रहेगा। इससे तापमान में भी 3-4 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।
मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के भूगोल पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. नरपत सिंह राठौड़ बताते हैं कि वागड़-मेवाड़ में अंधड़ और बारिश मुख्य रूप से राजस्थान एवं मध्य प्रदेश के कई स्थानों पर हुई।
इसका मुख्य कारण बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से आने वाली नमी है। पिछले कई दिनों से गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान में अधिक तापमान से स्थानीय स्तर पर प्रति चक्रवातीय स्थिति बनने से अचानक इस तरह की स्थिति है। मध्य अप्रेल से लेकर मई तक इस तरह के अंधड़ एवं बिजली गिरने का प्रकोप बनेगा।
तारीख - न्यूनतम - अधिकतम
13 अप्रेल - 25 - 42
14 अप्रेल - 26 - 43
15 अप्रेल - 26 - 43
Updated on:
13 Apr 2025 03:32 pm
Published on:
13 Apr 2025 03:31 pm
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