पूछताछ से मालूम हुआ कि जीवाखूंटा के भरत को यू-ट्यूब पर वीडियो के जरिए पता चला कि कांटेवाला चूहा दुर्लभ है और 10 लाख में बिकता है। लालच में आकर उसने मगु से चूहा खरीदने की पेशकश की, मगु ने इनकार कर दिया। इसके बाद दो-तीन लोगों ने चूहा चुराकर भरत को बेच दिया।
उधर, चूहा गायब होने पर मगु को भरत पर अंदेशा हुआ तो उससे बात की। भरत ने बताया कि चूहा उसे गांव वालों ने ही दिया है। पुलिस अब चूहे और नामजद आरोपियों की तलाश में है। वन्य जीव विशेषज्ञ सतीश शर्मा ने बताया कि ये चूहा वन्य जीवों के शिड्यूल चार में शामिल होने से संरक्षित प्राणी है। इसे बेचना, प्रदर्शन करना और पालन करना अपराध है।
चूहा चोरों का ऐसे लगा पता:
थानाधिकारी धनपतसिंह ने बताया कि शनिवार को जीवाखूंटा निवासी चेतना पत्नी भरत ने थाने आकर बताया कि पाड़ला वड़खिया गांव से उसका पति लापता हो गया। कुछ लोगों ने उसकी बाइक भी छीन ली। पुलिस मौके पर पहुंची तो यहां कुछ लोग भांजगड़ा करते दिखे। उनसे पता चला कि मामला चूहा चोरी का है।