बांसवाड़ाPublished: Jul 30, 2023 02:48:19 pm
Kamlesh Sharma
Success Story : प्रतिकूल परिस्थिति से निकलने का एक ही जरिए है, वह है मुकाबला। यानि हालात विपरित हों तब भी बिन घबराए अपने लक्ष्य को हासिल करने का प्रयास करें तो सफलता तय है।
Success Story : बांसवाड़ा। प्रतिकूल परिस्थिति से निकलने का एक ही जरिए है, वह है मुकाबला। यानि हालात विपरित हों तब भी बिन घबराए अपने लक्ष्य को हासिल करने का प्रयास करें तो सफलता तय है। बांसवाड़ा के खांदू कॉलोनी निवासी यश कौशल ने ऐसा ही कुछ कर दिखाया है। यश का चयन हाल ही में आईआईटी धनबाद-झारखंड में हुआ है। यश की सफलता में उनके पिता मनीष कौशल और माता आरती कौशल का भरोसा और मेहनत का अहम योगदान रहा। दरअसल, यश के पिता टैक्सी चालक हैं और माता गृहिणी। पर, बैठे के सपनों को साकार करने के लिए दोनों ने दिन-रात मेहनत की।