अपनाएं सुमन-के फार्मूला जिले में कोविड 19 के नोडल डा केएनएम त्रिपाठी ने बताया कि सुमन-के फार्मूला से ऐसे धुलना है, एस- सीधा हाथ, यू- उल्टा हाथ, एम- मुट्ठी, ए- अंगूठा, एन- नाखून, के- कलाई। असुरक्षित स्पर्श से कोविड प्रसार का खतरा रहता है, इसलिए विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। अगर कोविड वायरस किसी व्यक्ति, वस्तु या सतह पर मौजूद है, तो उसे स्पर्श करने से वायरस छूने वाले के हाथों में भी आ जाता है। ऐसे में वायरस से बीमार होने से बचने के दो उपाय हैं। सबसे पहला, महत्वपूर्ण व अनिवार्य उपाय यह है कि हाथों को सेनेटाइज कर लें या फिर साबुन-पानी से 60 सेकेंड तक धुलें। दूसरा उपाय यह है कि किसी भी सूरत में हाथों से आंख, नाक और मुंह को न छुएं।
हाथों को रखें स्वच्छ उन्होंने बताया कि हाथों की सिर्फ एक बार स्वच्छता से कार्य नहीं चलेगा। जितनी बार कोई चीज छुएंगे उतनी बार सफाई आवश्यक है। अगर बाजार से आई कोई चीज छू रहे हैं, अपना मॉस्क उतार रहे हैं, अपने कपड़े उतार रहे हैं, अपने ही शरीर का कोई भाग छू रहे हैं या कोई भी चीज छू रहे हैं तो हाथों की स्वच्छता अवश्य करें। यह नियम मॉस्क के इस्तेमाल और दो गज दूरी के नियम के साथ आवश्यक तौर पर पालन किया जाना चाहिए। उनका कहना है कि सभी लोगों को घर से बाहर निकलते समय पॉकेट हेंड सेनेटाइजर अवश्य लेकर चलना चाहिए। उन्होंने बताया कि हाथों की स्वच्छता के और भी कई फायदे हैं। जैसे गैस की बीमारी और 21 प्रतिशत सांसो से संबन्धित बीमारियों से बचा जा सकता है। वहीं साबुन और पानी से हाथ धुलना डायरिया से जुड़ी बीमारियों को 50 प्रतिशत तक कम कर सकता है।
कई अन्य बीमारियों से होगी रक्षा अच्छी तरह से हाथों की स्वच्छता को बनाए रखकर एक नहीं अनेक बीमारियों से बचा जा सकता है । इसमें डायरिया, दस्त, पेट दर्द, कुपोषण, कृमि संक्रमण, फ्लू, त्वचा सम्बन्धी रोग, आँख सम्बन्धी बीमारियां प्रमुख हैं । वायरस, बैक्टीरिया या गंदगी हाथों से होते हुए मुंह के रास्ते शरीर में प्रवेश पा जाते हैं और अन्दर पहुंचकर वह कई बीमारियों को जन्म देते हैं।
कब-कब हाथ धुलना न भूलें – शौच के बाद – कुछ भी खाने-पीने से पहले – खाना बनाने से पहले – बच्चों को खाना खिलाने और स्तनपान कराने से पहले