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गंभीर हालत में रेफर किए मरीज की रास्ते में मौत

गंभीर अवस्था होने के बाद भी यहां उपचार नहीं कर चिकित्सकों ने आनन-फानन में यहां से रेफर कर दिया। चिकित्सक रेफर पर्ची बेड पर थमा कर चले गए

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बारां

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Mukesh Gaur

Apr 25, 2025

गंभीर अवस्था होने के बाद भी यहां उपचार नहीं कर चिकित्सकों ने आनन-फानन में यहां से रेफर कर दिया। चिकित्सक रेफर पर्ची बेड पर थमा कर चले गए

गंभीर अवस्था होने के बाद भी यहां उपचार नहीं कर चिकित्सकों ने आनन-फानन में यहां से रेफर कर दिया। चिकित्सक रेफर पर्ची बेड पर थमा कर चले गए


स्ट्रेचर नहीं मिलने से हाथों में मरीज को उठाकर ले गए, परिजनों ने लगाया उपचार में लापरवाही का आरोप, वार्ड प्रभारी को नोटिस, जांच शुरू, वार्ड ब्वॉय को वार्ड से हटाया

बारां. किशनगंज निवासी एक युवक की गुरुवार को अज्ञात कारणों से विषाक्त खाने से मृत्यु हो गई। इस दौरान मृतक के परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान गंभीर अवस्था के बाद भी आनन-फानन में रेफर कर उपचार में लापरवाही बरतने तथा रेफर मरीज को ले जाने के लिए स्ट्रेचर व एम्बुलेंस उपलब्ध कराने में देरी करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने बताया कि किशनगंज निवासी इंसाफ शाह 45 ने गुरुवार सुबह घर पर अज्ञात विषाक्त खा लिया था। इससे तबीयत बिगडऩे पर उसे किशनगंज अस्पताल भर्ती कराया गया। कुछ देर बाद वहां से रेफर करने पर यहां जिला अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था। बाद में यहां से भी रेफर कर दिया था, लेकिन कोटा ले जाते समय रास्ते में उसकी सांसे थम गई। मामले की जानकारी मिलने पर जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेन्द्र मेघवाल ने मौके पर पहुंचकर जानकारी ली तथा वार्ड प्रभारी का नोटिस व जांच के निर्देश दिए है।

बेड पर पर्ची थमा कर चले गए

इस मामले में मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि मृतक इंसाफ शाह ने भूलवश गेहूं में रखने वाली कीटनाशक गोली खा ली थी। इससे तबीयत बिगडऩे पर किशनगंज भर्ती कराया गया। वहां से कुछ देर बाद रेफर करने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन गंभीर अवस्था होने के बाद भी यहां उपचार नहीं कर चिकित्सकों ने आनन-फानन में यहां से रेफर कर दिया। चिकित्सक रेफर पर्ची बेड पर थमा कर चले गए। करीब आधा घंटे तक स्ट्रेचर की व्यवस्था नहीं की गई।

हाथों में उठाकर घूमते रहे परिजन

मजबूरी में महिला पुरूष परिजन मरीज को अचेतावस्था में हाथों में उठाकर मेल मेडिकल वार्ड से अदानी ओपीडी ब्लॉक तक ले गए। यहां भी स्ट्रेचर नहीं मिला। नर्सिंग ऑफिसर व सहायक कर्मचारी स्ट्रेचर के लिए आपस में बहस करते रहे। बाद में परिजन ओपीडी के बाहर ले गए तो यहां एम्बूलेंस नहीं पहुंची। एम्बूलेंस स्टाफ से एम्बूलेंस को ओपीडी गेट पर लाने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं लेकर आया। इस प्रक्रिया में करीब 45 मिनट लग गए।

-वार्ड में चार स्ट्रेचर दिए हुए है। ओपीडी में भी स्ट्रेचर है। फिर भी प्रारंभिक तौर पर मेल वार्ड प्रभारी को नोटिस दिया है तथा वार्ड ब्वॉय को वहां से हटाकर दूसरी जगह लगाया है। पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

-डॉ. नरेन्द्र कुमार मेघवाल, पीएमओ, जिला अस्पताल