पशुओं के जरिए हम तक पहुंचे वायरस वायरसजनित रोगों के बारे चिकित्सा विशेषज्ञों से बात की तो इसके फैलने के कई कारण सामने आए। इनमें से कुछ रोग जूनोसिस या जूनोटिक डिजीज की श्रेणी में आते हैं। जो पहले पशुओं में होते थे। बाद में ये पशुओं के जरिए मनुष्य में फैल गई। स्वाइन फ्लू का वायरस आरएनए की श्रेणी में आते है। यह बार-बार अपना रूप बदल रहा है। इसे जैसे ही मौका मिलता है, यह शरीर पर हमला कर देता है। यहीं कारण है कि स्वाइन फ्लू के लगातार नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं।
तेजी से शहरीकरण, बदल रही जीवन शैली वायरस जनित रोगों के फैलने के पीछे आधुनिक जीवन शैली और तेजी से हो रहे शहरीकरण को बड़ा कारण माना जा रहा है। इसके अलावा पर्यावरण में बदलाव भी कारण है। चिकित्सकों के अनुसार बैक्टीरिया जनित रोग दूषित खाने और पानी से फैलते हैं,लेकिन अधिकांशत वायरसजनित रोग हवा से फैलता है। यह श्वास के जरिए शरीर में प्रवेश करता है।
लोगों का आवागमन बढ़ा तो फैला खतरा चिकित्सकों के अनुसार हवाई, रेल और सडक़ कनेक्टिीविटी अच्छी होने से दुनिया भर में लोगों का आवागमन बढ़ा है। ऐसे में जिन शहरों और देशों में बीमारियां तेजी से फैलीए उन देशों से आए लोगों ने खुद के साथ अपने संपर्क में आने वाले लोगों को भी संक्रमित किया। कोरोना के पूरे विश्व में महामारी बनने का प्रमुख कारण भी एक जगह से दूसरी जगह पर लोगों का मूवमेंट रहा।
साफ पानी से पनपे डेंगू और चिकनगुनिया एडिज मच्छर के वायरस से फैलता है। यह मच्छर साफ पानी में पनपता है। आजकल लोग घरों के अंदर सिमट गए है। घर पूरी तरह से बंद रहते है। एसी-कूलर के कारण ठंडक से मच्छर खत्म नहीं होते। घरों में बर्तन, कूलर, टंकियों में यदि पानी भरा रहता है तो यह मच्छर पनप जाता है। घरों के अंदर इंडोर प्लांट में भी मच्छर रहते हैंं।
पिछले कुछ समय में वायरस जनित रोग ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। इसके लिए लोगों की जीवन शैली, शहरों का आधुनिकरण भी बड़ा कारण है। हमारा रहन-सहन, खान पान और जीवन शैली बदली है। लोगों की इंडोर एक्टिीविटी बढ़ गई है। ऐसे में पूअर वेंटीलेशन की वजह से भी डेंगू और स्वाइन फ्लू जैसे रोग फैलते है। घर के अंदर मच्छर पनपने से डेंगू, चिकनगुनिया रोग हो रहे है।
डॉ.मनोज सालूजा, सीनियर प्रोफेसर मेडिसिन, कोटा मेडिकल कॅालेज