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राजस्थान की इस मंडी में बिहार-UP के हमाल आकर बांध लेते हैं अवैध झुग्गियां, खुले में शौच करके RO के पानी से करते हैं स्नान

Illegal Huts In Krishi Upaj Mandi: बाहर के राज्यों से आने वाले तथा यहां मंडी परिसर में ही झुग्गियों को बनाकर रहने वाले हमालों का कोई ब्योरा न तो मंडी प्रशासन के पास होता है न ही हमाल मजदूर संघ के पास।

कृषि उपज मंडी की अवैध झुग्गियां (फोटो: पत्रिका)

Baran Mandi News: कृषि उपज मंडी में जिंस की नीमाली के बाद माल के लोडिंग व अनलोडिंग का कार्य मंडी में हजारों हमाल करते है। इसमें स्थानीय हमालों के साथ ही बाहर के विभिन्न राज्यों से भी हमाल मजदूरी करने आते हैं। इनमें कई हमाल तो सीजन के बाद वापस लौट जाते है। कई हमाल बारह महीने यहीं मंडी परिसर में अवैधानिक रुप से झुग्गियां बनाकर रहते है। इनका मंडी प्रशासन के पास कोई रिकॉर्ड नहीं हैं।

कृषि उपज मंडी में सीजन में करीब तीन से चार हजार हमाल हमाली का कार्य करते है। स्थानीय हमालों का तो मंडी समिति के पास रिकॉर्ड मौजूद है, लेकिन बाहर के राज्यों से आकर यहां रहने वाले तथा हमाली का कार्य करने वाले हमालों का कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं होता है।

करीब 17 सौ हमाल है स्थानीय

यूं तो कृषि उपज मंडी में करीब 17 सौ स्थानीय हमाल कार्य करते है। इनका ब्योरा मंडी समिति के पास मौजूद है। वहीं, बाहर के राज्यों से आने वाले तथा यहां मंडी परिसर में ही झुग्गियों को बनाकर रहने वाले हमालों का कोई ब्योरा न तो मंडी प्रशासन के पास होता है न ही हमाल मजदूर संघ के पास। ऐसे में यदि कोई घटना होती है तो वह परेशानी का कारण बन सकती है।

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अवैध बिजली व मुफ्त पानी का करते है उपयोग

कृषि उपज मंडी परिसर में अवैध रूप से बड़ी तादाद में झुग्गियां बनी हुई है। जिनमें रहने वाले सैकड़ों हमाल अवैध आंकड़े डालकर बिजली का उपयोग करने के साथ ही मंडी के पानी तथा अन्य सुविधाओं का उपयोग करते है। कृषि उपज मंडी परिसर में झुग्गियां बनाकर रहने वाले बाहर के हमाल खुले में शौच तो करते ही है, वहीं, मंडी परिसर में लगे हुए आरओ के पीने के पानी से नहाते नजर आते है।

बिहार तथा यूपी से आते है हमाल

कृषि मंडी में सीजन के समय करीब दो हजार से अधिक हमाल अन्य राज्यों बिहार, यूपी से यहां हमाली करने आते है। मंडी में हमालों के करीब दो दर्जन ठेकेदार है। जो इन हमालों को यहां लाते हैं, लेकिन वह ठेकेदार अपने स्तर पर इनकी व्यवस्था नहीं करते है। इसके चलते यह मंडी परिसर में ही रहते है। इनमें करीब आधे हमाल तो सीजन के बाद वापस लौट जाते है। आधे स्थाई रुप से यही मंडी में निवास करते है।

नहीं करवाते पुलिस सत्यापन

कृषि उपज मंडी में बाहर से आने वाले तथा यहां मंडी में रहने वाले हमालों का न तो कोई पुलिस वेरिफिकेशन होता है। न ही मंडी कार्यालय में इनका कोई रिकॉर्ड होता है। ऐसे में यदि कोई बाहर का आपराधिक रिकॉर्ड वाला व्यक्ति भी यही रहता है तो किसी को कोई अता पता नहीं होता है। कृषि उपज मंडी के हमाल मजदूर संघ के अध्यक्ष रमेश सुमन ने बताया कि यहां के सभी स्थानीय हमालों का रिकॉर्ड कृषि उपज मंडी समिति में दर्ज करवाया हुआ है। बाहर से ठेकेदार द्वारा बुलवाए गए अन्य हमालों के मामले में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है।

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कृषि उपज मंडी परिसर में बनी हुई अवैध झुग्गियों को हटवाने की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इनका पुलिस वेरिफिकेशन तथा रिकॉर्ड संधारण का कार्य भी करवाया जाएगा। यह लोग अवैध रुप से बिजली का उपयोग करते है, इसकी जानकारी नहीं है।

हरिमोहन बैरवा, सचिव, कृषि उपज मंडी, बारां