20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राज्य मेरिट में छाए छबड़ा-अन्ता

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से रविवार शाम घोषित दसवीं बोर्ड परीक्षा परिणाम में जिले के कई सरकारी स्कूलों का परिणाम अच्छा तो रहा लेकिन जिला मेरिट में किसी भी सरकारी स्कूल का छात्र जगह नहीं बना पाया।

2 min read
Google source verification

image

Shailendra Tiwari

Jun 20, 2016

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से रविवार शाम घोषित दसवीं बोर्ड परीक्षा परिणाम में जिले के कई सरकारी स्कूलों का परिणाम अच्छा तो रहा लेकिन जिला मेरिट में किसी भी सरकारी स्कूल का छात्र जगह नहीं बना पाया। जिला मेरिट के हिसाब से इस बार भी सरकारी स्कूल फिसड्डी साबित हुए हैं। इसके अलावा 12वीं बोर्ड की तरह इस बार भी राज्य मेरिट में बारां जिले का नाम रोशन हुआ है।

राज्य मेरिट में बारां जिले के तीन विद्यार्थियों ने जगह बनाई है। राज्य मेरिट में 7वें स्थान पर आई छबड़ा के हैप्पी चिल्ड्रन स्कूल की छात्रा सलौनी शर्मा जिला मेरिट में पहले स्थान पर आई है वहीं राज्य मेरिट में 9वीं रेंक हासिल करने वाली छबड़ा के ही मॉडर्न स्कूल की नुपुर शर्मा जिला मेरिट में दूसरी रैंक पर रही है। राज्य मेरिट में 12वीें रैंक पाने वाला अन्ता के शर्मा बाल विद्या निकेतन का छात्र उपेन्द्र कुमार मीना जिला मेरिट में तीसरे स्थान पर रहा है।

Read More : भाई को इतना मारा की मौत हो गई, आरोपित बहन गिरफ्तार

नियमित अध्ययन से सफलता

छबड़ा. राज्य मेरिट में 7वीं रैंक पर आने वाली सलौनी शर्मा के पिता सत्यनारायण शर्मा निजी शिक्षक हैं। सलौनी आगे पढ़ कर डॉक्टर बन देश की सेवा करना चाहती है।

Read More : पूर्व मंत्री और विधायक विवाद : विवाद के अखाड़े में कूदे देहात अध्यक्ष व जिला प्रमुख

सफलता का श्रेय माता-पिता व गुरुजनों को है। तो राज्य मेरिट में नवें स्थान पर आई छात्रा नुपुर शर्मा के पिता नरेन्द्र कुमार शर्मा व्याख्याता हैं। वह भी आगे जाकर डॉक्टर बनना चाहती है। दोनों छात्राओं ने बताया कि उन्होंने नियमित पांच-छह घंटे पढ़ाई की।

Read More : खाकी के सिर चढ़कर बोला नशा, अस्पताल में किया हंगामा

परिणाम लाया खुशी

अन्ता. अन्ता के छात्र उपेन्द्र मीणा ने राज्य मेरिट में 12वां व जिला मेरिट में तीसरा स्थान प्राप्त कर नाम रोशन किया है। ग्राम काचरी निवासी उपेन्द्र के पिता रमेशचन्द्र मीणा सरकारी अध्यापक तथा मां निर्मला गृहिणी हैं। उपेन्द्र के अनुसार नियमित रूप से 5-6 घंटे अध्ययन करने के बाद उसे यह उपलब्धि मिली है।उपेन्द्र की इच्छा आगे चलकर बड़ी बहन की तरह आईआईटी करने की है।

Read More : नशे में खुद को चाकू मारकर की खुदकुशी

शहर के सात छात्र

जिला मेरिट में इस बार शहर के शिक्षण संस्थानों के सात छात्रों को जगह मिली है। ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों को मेरिट में शहर से ज्यादा जगह मिली है। वहीं मेरिट में इस बार बेटियों से ज्यादा बेटों को जगह मिली।

डॉक्टर बनना लक्ष्य

राज्य व जिला मेरिट में स्थान बनाने वाले अधिकांश विद्यार्थियों का सपना आगे चलकर डॉक्टर बनना व प्रशासनिक सेवा में जाने का है। इसके अलावा कुछ विद्यार्थी शिक्षक, आईआईटी, इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में भी किस्मत आजमाना चाहते हैं। विद्यार्थियों ने सफलता का श्रेय गुरुजनों व माता-पिता को दिया। परिणाम के बाद विद्यार्थियों को बधाई देने वालों का तांता लग गया।