हाड़ौती के कैथून इलाके में बाढ़ के बाद लोकसभा और कोटा-बूंदी सांसद ओम बिरला ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। बिरला ने बाढ़ राहत कार्यों का जायजा लिया। साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को बाढ़ पीड़ितों के लिए हर संभव मदद करने के निर्देश दिए। लाडपुरा विधायक कल्पना देवी भी बाढ़ से प्रबावित इलाके में स्पीकर के दौरे के वक्त साथ रही।
कोटा-बैराज में पानी की आवक बढ़ गई है। लोगों को नदी के किनारे नहीं जाने और बच्चों को पानी के किनारों से दूर रखने की चेतावनी जारी की गई है। निचले इलाके के नागरिकों को सुरक्षित जगह जाने के लिए चेतावनी दी जा रही है। कैथून में बाढ़ के हालात बनने के साथ ही कोटा शहर की भी कई कॉलोनिया जलमग्न हो गई। देवलीी अरबरोड के आसपास की कॉलोनियों में पानी भर गया। स्टेशन क्षेत्र में भी कई कॉलोनियों में पानी भर गया और रास्ते बाधित हुए हो गए।
इधर, प्रदेश में इस बार हो रही भारी बारिश से कई बांधों पर चादर चल रही है। तेज बारिश के चलते दौसा जिले के सबसे बड़े मोरेल बांध में शुक्रवार दोपहर तक29 फीट पानी की आवक हो चुकी है। इस बांध की भराव क्षमता ऊंचाई में 30 फीट है। लेकिन क्षेत्रफल में 2 हजार 707 एमसीफीट है, जो जिले के सभी 39 बांधों का 38 प्रतिशत है। 38 साल बाद सर्वाधिक पानी पाने आने से मोरेल बांध छलका उठा है। जिला कलक्टर ने अधिकारियों को बांध पर भेजा है।