Rajasthan News: बारां जिले में एसडीआरएफ के जांबाज़ जवानों ने उफनती पार्वती नदी के टापू पर फंसे पांच ग्रामीणों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर नई जिंदगी दी। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण नदी पूरे वेग से बह रही थी लेकिन एसडीआरएफ की त्वरित कार्रवाई और बहादुरी ने एक बड़े हादसे को टाल दिया।
एसटीएफ के कमांडेंट राजेंद्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि सुबह 10:40 बजे पुलिस कंट्रोल रूम बारां से एसडीआरएफ राजस्थान कंट्रोल रूम जयपुर को सूचना मिली कि नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत पार्वती नदी के टापू पर कुछ ग्रामीण फंसे हुए हैं। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ बी कंपनी कोटा की बारां में तैनात रेस्क्यू टीमें बी-03 और बी-04, जिसके प्रभारी हेड कांस्टेबल रामनिवास और हेड कांस्टेबल करण सिंह थे, तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुए।
बीस जवानों की टीम आपदा राहत उपकरणों के साथ घटनास्थल पर पहुंची। टीम कमांडर ने स्थिति का जायजा लिया और बताया कि क्षेत्र में हो रही भारी वर्षा के कारण पार्वती नदी उफान पर है। नदी की चौड़ाई 200 मीटर और गहराई 20 फीट थी, और पानी पूरे वेग से बह रहा था। टीम ने मोटर बोट की सहायता से रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देने का निर्णय लिया, जिसके लिए एसडीआरएफ राजस्थान कमांडेंट ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
टीम कमांडर के निर्देश पर रेस्क्यू टीम के बहादुर जवानों चंद्रप्रकाश, दीपक गोचर, ऋतुराज, बनवारी, बनवारी लाल, नरेश कुमार, मनीष कुमार, मुकेश कुमार, धर्मवीर सिंह, हंसराज, रामावतार, शिवपाल, हेमराज, सूजाराम, मुकेश कुमार, रोहिताश, धर्मवीर सिंह और करतार सिंह ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। उफनती नदी की लहरों को मोटर बोट से पार करते हुए टीम टापू पर फंसे ग्रामीणों के पास पहुंची।
रेस्क्यू टीम ने टापू पर फंसे सभी 05 ग्रामीणों को लाइफ जैकेट पहनाकर सुरक्षित नदी पार करवाई। बचाए गए ग्रामीणों में भीमराज सुमन (30), रघुराज सुमन (37), भाग चंद सुमन (35), प्रदीप सुमन (12) और नरेंद्र माली (40) शामिल हैं, जो ग्राम सुंडारामपुरा थाना नाहरगढ़ के निवासी हैं। एसडीआरएफ के इस साहसिक कार्य ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे किसी भी आपदा से निपटने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।
Updated on:
23 Jun 2025 06:38 pm
Published on:
23 Jun 2025 06:37 pm