बरेली। निवेशकों से करीब 200 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले शशिकांत मौर्य और उसके भाई सूर्यकांत मौर्य की गिरफ्तारी पर पुलिस ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। दोनों भाई लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बाहर हैं, जबकि कोर्ट पहले ही गैर-जमानती वारंट जारी कर चुका है।
बारादरी थाना क्षेत्र के मोहल्ला कटरा चांद खां निवासी शशिकांत मौर्य और उसके भाई सूर्यकांत मौर्य ने बदायूं में ‘अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड’ नाम की कंपनी खोली थी।
कंपनी के माध्यम से एजेंटों की मदद से हजारों लोगों को निवेश का झांसा देकर करीब 200 करोड़ रुपये से अधिक की रकम हड़प ली गई।
इन आरोपितों ने साढ़े पांच साल में निवेश की गई रकम दोगुनी करने का लालच देकर सैकड़ों निवेशकों को चूना लगाया। जब रकम लौटाने की बारी आई, तो 25 मई को यह दोनों भाई रातों-रात फरार हो गए।
निवेशकों के विरोध के बाद कोतवाली बदायूं में चार एफआईआर दर्ज की गईं। इसके अलावा करीब 1300 शिकायत पत्र पुलिस को सौंपे जा चुके हैं।
पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए बरेली स्थित उनके घर पर कई बार दबिश दी, लेकिन अब तक दोनों का कोई सुराग नहीं लग पाया।
इस बीच दोनों भाइयों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में गुहार लगाई, जहां से एक मुकदमे में उन्हें 2 जुलाई तक गिरफ्तारी पर रोक मिल गई।
हालांकि, अन्य मामलों में पुलिस कार्रवाई जारी रही। इसे देखते हुए बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने देर रात दोनों आरोपितों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया।
एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि,
"शशिकांत और सूर्यकांत मौर्य की गिरफ्तारी के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। अब इनाम घोषित किया गया है ताकि आम नागरिक भी इनके बारे में जानकारी देकर पुलिस की मदद कर सकें। अन्य आरोपितों की पहचान के बाद उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।"
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Published on:
25 Jun 2025 10:17 am