
बरेली। सुभाषनगर में बीडीए कॉलोनी निवासी लकी मखानी (25 ) की दिल्ली में संदिग्ध हालात में मौत हो गई। वह आठ दिन से लापता था। सोमवार रात उसका खून से लथपथ शव बरामद हुआ तो परिवार में कोहराम मच गया। मां और दादी ने दोस्तों पर हत्या का आरोप लगाया है, जबकि दिल्ली पुलिस इसे दुर्घटना की आशंका बता रही है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
लकी मखानी छह साल से नोएडा और दिल्ली में नौकरी कर रहा था। हाल ही में उसने नोएडा सेक्टर-62 स्थित एक निजी कंपनी में काम शुरू किया था। परिजनों के अनुसार, सोमवार को वह ऑफिस से छुट्टी लेकर बाहर गया था, उसके बाद से उसका कोई पता नहीं चला। उसकी मां ज्योति देवी ने बताया कि उन्होंने बेटे से आखिरी बार मंगलवार सुबह 11:35 बजे फोन पर बात की थी, उसके बाद उसका मोबाइल बंद हो गया।
ज्योति देवी ने बताया कि लकी सोमवार रात अपने दोस्त के साथ पार्टी करने गया था। दोस्त ने परिवार को बताया कि उसने लकी को हाईवे पर छोड़ दिया था, लेकिन उसके बाद वह कहां गया, किसी को नहीं पता। अनहोनी की आशंका में परिजनों ने सात नवंबर को नोएडा सेक्टर-58 थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
लकी की मां ने कहा कि मेरे बेटे की किसी से दुश्मनी नहीं थी, फिर भी वह इस हालत में मिला है। यह कोई दुर्घटना नहीं, रंजिशन हत्या है। परिवार का कहना है कि लकी की गर्दन और सिर पर गहरी चोटें थीं और शरीर पर घाव के कई निशान थे। परिजनों ने दिल्ली पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
लकी के पिता निहाल चंट की चार साल पहले मौत हो चुकी है। घर में अब 90 वर्षीय दादी और मां ज्योति देवी ही हैं।
दोनों का कहना है कि लकी ही घर का एकमात्र सहारा था, जिसने पूरे परिवार की जिम्मेदारी संभाल रखी थी।
अब उसकी मौत ने दोनों को पूरी तरह तोड़ दिया है।
लकी के शव को दिल्ली से बरेली लाया जा रहा है। परिजनों ने बताया कि बुधवार को सुभाषनगर स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। फिलहाल दिल्ली पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिसके बाद मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी।
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Published on:
12 Nov 2025 10:54 am
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