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एआई बन सकता है प्रभावी सहयोगी, सलाहकार नहीं, सजग रहे चार्टर्ड अकाउंटेंट

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के बढ़ते इस्तेमाल के बीच चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को सजग रहने की जरूरत है। एआई कार्यकुशलता और व्यवस्थित कामकाज में मददगार तो है, लेकिन इसे सलाहकार बनाना जोखिम भरा हो सकता है। एआई से मिलने वाले सुझाव भ्रामक भी हो सकते हैं, इसलिए अंतिम निर्णय मानवीय विवेक से ही लिया जाना चाहिए।

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बरेली। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के बढ़ते इस्तेमाल के बीच चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को सजग रहने की जरूरत है। एआई कार्यकुशलता और व्यवस्थित कामकाज में मददगार तो है, लेकिन इसे सलाहकार बनाना जोखिम भरा हो सकता है। एआई से मिलने वाले सुझाव भ्रामक भी हो सकते हैं, इसलिए अंतिम निर्णय मानवीय विवेक से ही लिया जाना चाहिए। यह विचार द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की बरेली शाखा के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन मुख्य वक्ता सीए उत्तम मोदी ने रखे।

सीए अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि एआई द्वारा दी गई सूचनाओं की जवाबदेही तय होना जरूरी है। कई देशों में इसके लिए सख्त नियम बने हैं, लेकिन भारत में फिलहाल कोई स्पष्ट नियामक ढांचा मौजूद नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि एआई कभी भी मानवीय बुद्धिमत्ता का विकल्प नहीं हो सकता। इसके इस्तेमाल से प्रक्रियाएं बेहतर होंगी और नौकरियों पर बड़ा संकट आने की आशंका कम है।

डेटा विश्लेषण में एआई प्रयोग है प्रभावी

सम्मेलन में यह भी बताया गया कि चार्टर्ड अकाउंटेंट कार्यालयों में अपील, कंसल्टेंसी, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, शेयर बाजार से जुड़े डाटा विश्लेषण जैसे कार्यों में एआई का उपयोग कर तय समय-सीमा में तार्किक और सटीक रिपोर्ट तैयार की जा सकती है। विशेषज्ञों ने माना कि यह कदम अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए भी जरूरी है और एआई का बहुआयामी उपयोग संभव है।

राजन विद्यार्थी और विनय कृष्णा हुए सम्मानित

सम्मेलन के समापन सत्र में आईसीएआई बरेली शाखा की ओर से सीए राजन विद्यार्थी और सीए विनय कृष्णा को रोटरी क्लब गवर्नर के रूप में सामाजिक सेवा के लिए सम्मानित किया गया। वहीं, भारतीय उद्योग संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सीए दिनेश गोयल को औद्योगिक विकास में योगदान के लिए सम्मान मिला। इससे पहले सीए कपिल वैश्य ने वस्तु एवं सेवा कर अपीलीय अधिकरण में अपील की प्रक्रियाओं पर व्यावहारिक मार्गदर्शन दिया, जबकि सीए राजेंद्र शाह ने तनाव प्रबंधन और कार्य-जीवन संतुलन पर विचार रखे।

आर्थिक तरक्की में सीए की भूमिका अहम

कार्यक्रम में वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि देश की प्रगति के लिए औद्योगिक विकास और आर्थिक उन्नति अनिवार्य है और इसमें चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। इस मौके पर मनिकंडन ए ने आईसीएआई बरेली शाखा के नए भवन के लिए भूमि आवंटन का आश्वासन दिया। सम्मेलन में आईसीएआई केंद्रीय परिषद सदस्य सीए ज्ञान चंद्र मिश्रा (कानपुर), जीएसटी विभाग के संयुक्त आयुक्त के.के. गुप्ता, सहायक आयुक्त डी.के. सिंह समेत कई विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए।
सम्मेलन की अध्यक्षता सीए रतन के. गुप्ता ने की। शाखा अध्यक्ष अमित टंडन, उपाध्यक्ष नीरज अग्रवाल, सचिव विनीश अरोड़ा, कोषाध्यक्ष गौरव अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में चार्टर्ड अकाउंटेंट और पेशेवर मौजूद रहे।