
चारों जिलों के कप्तानों के साथ बैठक करते डीआईजी (फोटो सोर्स: पत्रिका)
बरेली। बरेली परिक्षेत्र के डीआईजी अजय कुमार साहनी ने सोमवार को क्षेत्रीय कार्यालय में बरेली, बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर जिलों के पुलिस कप्तानों संग अहम समीक्षा बैठक की। बैठक में डीआईजी ने साफ चेतावनी दी कि अपराधियों और माफियाओं पर शिकंजा कसने में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने लंबित विवेचनाओं के त्वरित निस्तारण और कानून-व्यवस्था पर कड़ा नियंत्रण रखने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान हत्या, लूट, बलात्कार, दहेज हत्या, पॉक्सो एक्ट, अपहरण, एनडीपीएस और साम्प्रदायिक विवाद से जुड़े मामलों पर विस्तार से चर्चा की गई। डीआईजी ने वांछित और इनामी अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी, टॉप-10 अपराधियों पर कार्रवाई और हिस्ट्रीशीटर्स की निरंतर निगरानी पर जोर दिया।
डीआईजी साहनी ने स्पष्ट किया कि गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट और गौवध निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई में किसी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आदेश दिया कि महिला सुरक्षा और मिशन शक्ति अभियान को प्राथमिकता दी जाए। सभी थानों में हेल्पडेस्क और महिला बीट प्रणाली को और मजबूत करने पर विशेष बल दिया गया।
सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और ब्लैक स्पॉट्स के सुधार कार्यों की समीक्षा करते हुए डीआईजी ने निर्देश दिए कि यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। इसके साथ ही बढ़ते साइबर अपराध पर गंभीर चिंता जताई और सभी थानों को इस दिशा में सतर्क और सक्रिय रहने का आदेश दिया।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन और आईजीआरएस से मिलने वाली शिकायतों के समयबद्ध निस्तारण पर भी डीआईजी ने विशेष जोर दिया। उन्होंने आगामी पंचायत चुनावों को देखते हुए सभी कप्तानों को हिदायत दी कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने में किसी भी स्तर पर ढिलाई नहीं होनी चाहिए। डीआईजी साहनी ने दो टूक कहा— "अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई ही जनता का भरोसा कायम करेगी।"
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Updated on:
25 Aug 2025 06:53 pm
Published on:
25 Aug 2025 06:51 pm
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