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धान खरीद से लेकर निर्माण और स्वास्थ्य विभाग तक हाहाकार, कमिश्नर ने विभागों की खोली पोल, फिर जमकर लगाई फटकार

कमिश्नर भूपेंद्र एस चौधरी ने शुक्रवार को अधिकारियों के सामने विकास कार्यों की एक-एक रिपोर्ट खोलकर सख़्त लहजे में समीक्षा की। विकास भवन सभागार में हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में रैंकिंग से लेकर निर्माण कार्यों की धीमी रफ्तार तक कई मुद्दों पर तीखी टिप्पणी की गई।

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बरेली। कमिश्नर भूपेंद्र एस चौधरी ने शुक्रवार को अधिकारियों के सामने विकास कार्यों की एक-एक रिपोर्ट खोलकर सख़्त लहजे में समीक्षा की। विकास भवन सभागार में हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में रैंकिंग से लेकर निर्माण कार्यों की धीमी रफ्तार तक कई मुद्दों पर तीखी टिप्पणी की गई।

मुख्यमंत्री डैशबोर्ड की समीक्षा में सामने आया कि अक्टूबर 2025 में बरेली की रैंक प्रदेश में 3, बदायूं की 14, शाहजहांपुर की 22 और पीलीभीत की 26 थी। कमिश्नर ने चेतावनी देते हुए कहा कि रैंकिंग किसी भी हाल में गिरनी नहीं चाहिए, विभाग अपनी जिम्मेदारी समझें और समयबद्ध ढंग से काम करें।

धान खरीद पर कड़ा रुख, 40.11 प्रतिशम खरीद, फिर भी कई जिलों में सुस्ती

धान खरीद की समीक्षा में पाया गया कि लक्ष्य के मुकाबले अभी 40.11 प्रतिशत धान ही खरीदा गया है। बरेली 56.03 प्रतिशत के साथ आगे है, लेकिन पीलीभीत और शाहजहांपुर की धीमी प्रगति पर सवाल खड़े हुए। कमिश्नर ने धान खरीद केंद्रों पर बोरे, तौल और मौसम को देखते हुए सुरक्षा उपायों की कमी पर नाराजगी जताई। अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को किसी भी स्तर पर असुविधा न हो।

स्वास्थ्य सेवाओं पर भी गहन समीक्षा, टीबी, एम्बुलेंस व टीकाकरण पर तीखे सवाल

चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में एम्बुलेंस की पिक एंड ड्रॉप व्यवस्था, टीबी मुक्त भारत अभियान, निक्षय मित्र योजनाओं और पोषण पोटली वितरण की विस्तृत रिपोर्ट सामने रखी गई। नियमित टीकाकरण 97.82 प्रतिशत होने पर संतोष जताया गया, लेकिन आकांक्षात्मक विकास खंडों में स्वास्थ्य मानकों को लेकर कई अफसरों से जवाब मांगा गया।

मुख्यमंत्री कम्पोजिट स्कूलों का कई जिलों में निर्माण ठप

कम्पोजिट स्कूलों के निर्माण में लापरवाही उजागर हुई। बरेली के भोजीपुरा और आलमपुर जाफराबाद में धनराशि तक जारी नहीं हुई। बदायूं के बरसुआ में 35 प्रतिशत काम, जबकि पीलीभीत में यूपीसीडको द्वारा काम शुरू न करने पर कमिश्नर ने नाराजगी जताई। शाहजहांपुर के निगोही में मात्र 15 प्रतिशत प्रगति मिलने पर जिम्मेदार विभागों को चेतावनी दी गई कि काम की गति तुरंत बढ़ाएं, नहीं तो कार्रवाई तय है।

युवा उद्यमी योजना 54 प्रतिशत ऋण वितरण, बैंकर्स पर भी नाराजगी

योजना की समीक्षा में बताया गया कि अब तक 54 प्रतिशत ऋण ही वितरित हो सका है। इस पर कमिश्नर ने बैंकर्स के प्रति सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि लंबित मामलों में तेजी से ऋण वितरण सुनिश्चित कराया जाए।

निर्माण कार्यों पर बड़ा सवाल, 7 परियोजनाएं अभी भी शुरू नहीं

2 करोड़ से अधिक लागत वाली 7 परियोजनाएं अभी भी अनारंभ पाई गईं। कमिश्नर ने इसकी वजह पूछते हुए संबंधित विभागों को फटकार लगाई और कहा कि देरी प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम है, इसे तत्काल ठीक करें। बैठक में डीएम अविनाश सिंह, बदायूं डीएम अवनीश राय, शाहजहांपुर डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह, पीलीभीत डीएम ज्ञानेन्द्र सिंह, मुख्य विकास अधिकारी शाहजहांपुर और मंडल स्तरीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।