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हाई अलर्ट: चप्पे-चप्पे पर खाकी का पहरा, दंगा-रोधी गाड़ियां, ड्रोन और रूफटॉप स्नाइपर रखेंगे नजर, उपद्रवी जाएंगे जेल

आईएमसी नेता मौलाना तौकीर रजा खां के ऐलान पर शुक्रवार को होने वाले प्रदर्शन और पैदल मार्च से पहले एसएसपी अनुराग आर्य ने सुरक्षा का ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है। पूरे जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है। शहर से बाहर आने जाने वाले रास्तों की नाकेबंदी की जा रही है।

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एसएसपी अनुराग आर्य (फोटो सोर्स: पत्रिका)

बरेली। आईएमसी नेता मौलाना तौकीर रजा खां के ऐलान पर शुक्रवार को होने वाले प्रदर्शन और पैदल मार्च से पहले एसएसपी अनुराग आर्य ने सुरक्षा का ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है। पूरे जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है। शहर से बाहर आने जाने वाले रास्तों की नाकेबंदी की जा रही है। पुलिस बैरियर लगाये जा रहे हैं। चप्पे चप्पे पर पुलिस का पहरा रहेगा। सुरक्षा के इतने कड़े इंतजाम किये गये हैं कि परिंदे को भी पर मारने की इजाजत नहीं होगी। कड़े सुरक्षा घेरे और दंगा नियंत्रण उपकरणों और साजो सामान के साथ पुलिस बरेली की सड़कों पर पेट्रोलिंग करेगी। इसके साथ ही एसएसपी ने सभी से शांति बनाये रखने की अपील भी की है।

एसएसपी ने तैयार किया सुरक्षा का अभेद्य घेरा

बरेली में एक कंपनी आरएएफ, 4 कंपनी पीएसी, 200 दरोगा और 500 हेड कांस्टेबल-कॉन्स्टेबल को तैनात किया गया है। इसके अलावा बरेली के सभी थानों के इंस्पेक्टर एसओ सैकड़ों की पुलिस टीमों के साथ मुस्तैद रहेंगे। सुरक्षा की दृष्टि से एसएसपी ने शहर को सेक्टर और सब सेक्टर में बांट दिया है। सेक्टर की जिम्मेदारी एडिशनल एसपी और एडीएम रैंक के मजिस्ट्रेट की रहेगी। वहीं सब सेक्टर में सीओ और एसडीएम को लगाया गया है। उनके साथ इंस्पेक्टर और एसओ रहेंगे। बरेली की स्पेशल पुलिस टीमें दंगा नियंत्रण उपकरणों से लैस होकर 50 गाड़ियों से संवेदनशील और अतिसंवेदनशील स्थानों पर पेट्रोलिंग करेंगी। चप्पे चप्पे और मूवमेंट की वीडियोग्राफी कराई जायेगी। बरेली पुलिस ने रूफ टाप डयूटी लगा दी हैं। स्नाइपर रूफ टाप प्वाइंट से नजर रखेंगे। इसके अलावा सिविल ड्रेस में गली मोहल्लों में खुफिया टीमों को तैनात कर दिया गया है।

रूफटॉप ड्यूटी के लिए विशेष दस्ते, ड्रोन से आकाशीय निगरानी

एसएसपी ने हर संवेदनशील और अति संवेदनशील गली-मोहल्ले में सीसीटीवी कैमरे सक्रिय कर दिए गए हैं। मोबाइल पुलिस टीमें वीडियो कैमरे के साथ लगातार गश्त कर रही हैं। हर गली, चौराहे और नुक्कड़ पर सिविल ड्रेस में पुलिस वालों को लगाया गया है। घरों के ऊपर ड्रोन से निगरानी की जायेगी। कहीं भी गड़बड़ी मिली तो सीधे कार्रवाई होगी। जिले में तैनात रहे पुराने इंस्पेक्टर और एसओ भी बुलाये गये हैं। खुफिया एजेंसियों को भी लगा दिया गया है। वह हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। सिविल ड्रेस में पुलिस की टीमें हर माहौल पर नजर रख रहीं हैं। एसएसपी ने बताया कि जिले का पूरा फोर्स सड़कों पर उतार दिया गया है। उपद्रव करने वाले चाहे किसी भी रूप में हों, तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजे जाएंगे। अफवाह फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। माहौल खराब करने वालों के खिलाफ गैंगस्टर तक की कार्रवाई होगी।

गली मोहल्लों में रहने वाले खुराफातियों की कुंडली तैयार

बरेली पुलिस ने माहौल बिगाड़ने वाले खुराफातियों की कुंडली तैयार कर ली है। पिछले सालों में जिन लोगों ने प्रदर्शन के दौरान बवाल किया था। ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा चुका है। गली मोहल्लों में रहने वाले ऐसे सभी खुराफाती पुलिस की नजर में हैं। उनके खिलाफ शिकायतों और मुकदमों का ब्यौरा तैयार किया गया है। ऐसे बवाली शुक्रवार को किसी तरह की अफवाह, खुराफात करते नजर आये। उनके खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जायेगा। पुराने मुकदमों और शिकायतों के आधार पर उन पर गुंडा और गैंगस्टर एक्ट की भी कार्रवाई की जायेगी।

मौलाना का ऐलान और पुलिस प्रशासन का अलर्ट

मौलाना तौकीर रजा ने शुक्रवार को इस्लामिया मैदान से कलेक्ट्रेट तक शांतिपूर्ण मार्च का ऐलान किया है। उन्होंने जुमा की नमाज के बाद शहरवासियों से एकजुटता दिखाने की अपील की है। आयोजक इसे अनुशासित और शांतिपूर्ण बता रहे हैं, मगर पुलिस प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है।

बच्चों को विरोध प्रदर्शन और अपराधों में धकेलने वालों पर चलेगा कानून का डंडा, सात साल तक की जेल

बच्चों को अपराध में धकेलने वालों के खिलाफ अब सख्त कानूनी कार्रवाई होगी। किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2015 की धारा 83 के तहत यह प्रावधान है कि यदि कोई समूह या कोई भी वयस्क किसी बालक का उपयोग किसी भी तरह के अपराध, समाज विरोधी क्रिया कलाप और विरोध प्रदर्शन में करता है, तो उसे सात साल तक की कठोर कैद और पांच लाख रुपये तक के जुर्माने की सजा हो सकती है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि हाल के प्रदर्शनों में जहां बच्चों को पत्थर फेंकने के लिए आगे किया गया था, वहां धारा 83(2) लागू की जाएगी। इसका सीधा मतलब है कि ऐसे मामलों में बच्चों के अभिभावकों और आयोजकों पर भी कार्रवाई होगी और उन्हें जेल भेजा जाएगा।

फ्लैग मार्च निकालकर दिया शांति का संदेश

शुक्रवार को होने वाले प्रदर्शन से पहले गुरुवार को डीएम अविनाश सिंह और एसएसपी अनुराग आर्य ने पुलिस अफसरों के साथ फ्लैग मार्च निकाला। उन्होंने शहरवासियों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। फ्लैग मार्च में एसपी साउथ अंशिका वर्मा, एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा, सीओ हाईवे शिवम आशुतोष, सीओ सेकेंड सोनाली मिश्रा समेत अन्य अफसर मौजूद रहे।

एसएसपी का बयान

साजिशन 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को आगे कर उनसे गैर कानूनी कार्य कराना धारा 83 JJ एक्ट के अंतर्गत कानूनी अपराध है। अगर कोई भी व्यक्ति ऐसा करता है तो उनके विरुद्ध JJ एक्ट के अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी। किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है।

अनुराग आर्य, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरेली