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हनी ट्रैप गैंग: ब्यूटी पार्लर संचालिका ने प्रेमजाल में फंसाया, साथियों संग दवाइयों के बिजनेस का झांसा देकर ऐंठ लिए लाखों

इज्जतनगर इलाके में हनी ट्रैप गैंग लगातार सक्रिय है, रविवार को पुलिस ने इस गिरोह की एक महिला समेत पांच सदस्यों को जेल भेजा था। अब इस गैंग की करतूत का एक और मामला सामने आया है।

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CG News: लोगों को हनी ट्रैप में फंसाने वाली अनुरिता गिरफ्तार, अब तक आधा दर्जन से ज्यादा गिरफ़्तारी

बरेली। इज्जतनगर इलाके में हनी ट्रैप गैंग लगातार सक्रिय है, रविवार को पुलिस ने इस गिरोह की एक महिला समेत पांच सदस्यों को जेल भेजा था। अब इस गैंग की करतूत का एक और मामला सामने आया है। इस बार एक सब्जी कारोबारी को हनी ट्रैप गैंग ने शिकार बनाया, गैंग की महिला ने फेसबुक पर दोस्ती कर मीठी-मीठी बातों से जाल में फंसाया गया और फिर दवाइयों के कारोबार में निवेश का झांसा देकर करीब 2 लाख 90 हजार रुपये ठग लिए गए। जब पीड़ित ने अपने पैसे वापस मांगे तो उसे झूठे मुकदमे और घर से उठवाने तक की धमकी दी गई।

फेसबुक पर हुई दोस्ती, गांधी उद्यान में बुलाया

पीड़ित औसाफ हुसैन पुत्र अल्ताफ हुसैन ने बताया कि करीब छह महीने पहले उसकी फेसबुक पर पहचान अंजू सिंह नाम की महिला से हुई। धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत बढ़ी और फोन पर भी लगातार संपर्क होने लगा। अंजू ने खुद को ब्यूटी पार्लर संचालिका बताया और 20 मार्च 2025 को औसाफ को गांधी उद्यान बुलाया। वहां अंजू ने औसाफ को अपने कथित मामा आशीष उर्फ बंटू, दोस्त वर्मा, दवा कारोबारी अजय कुमार सिंह उर्फ सक्सेना और उसके पार्टनर इकबाल से मिलवाया। आरोप है कि इन लोगों ने औसाफ को दवाइयों के बिजनेस में पैसे लगाने पर बड़े मुनाफे का लालच दिया और इसी बहाने उससे मोटी रकम ऐंठ ली।

किस्तों में निकाले लाखों रुपये

22 मार्च को औसाफ ने 1 लाख रुपये नकद अजय कुमार सिंह को सौंपे। इसके बाद अलग-अलग खातों में उसने 1.90 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। इस तरह गैंग ने कुल 2.90 लाख रुपये हड़प लिए। औसाफ ने जब अपने रुपये वापस मांगे तो गैंग के लोग टालमटोल करने लगे। इस बीच अंजू सिंह ने फोन पर धमकी दी अगर फिर पैसे की बात की तो तुझे झूठे मुकदमे में फंसा दूंगी और घर से उठवा लूंगी। हमारे बड़े लोगों से संबंध हैं, कोई हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता।

पहले कराया समझौता, फिर भी नहीं मिले रुपये

पीड़ित ने इस मामले की शिकायत साइबर क्राइम पोर्टल पर दर्ज कराई थी, लेकिन बाद में गैंग के दबाव और समझौते का झांसा देकर उसे शिकायत वापस लेने के लिए मजबूर कर दिया गया। रुपये न मिलने और लगातार धमकियां मिलने के बाद औसाफ ने सीधे एसएसपी अनुराग आर्य से गुहार लगाई। एसएसपी के आदेश पर इज्जतनगर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इज्जतनगर इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।


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