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अटल आवासीय विद्यालय के निर्माण में देरी पर नोएडा की चांदनी करन कंस्ट्रक्शन कंपनी पर 1.27 करोड़ जुर्माना, दर्ज हुई एफआईआर

बरेली। योगी सरकार की प्राथमिकता में शामिल अटल आवासीय विद्यालय के निर्माण में लापरवाही और तय समय सीमा में निर्माण पूरा न करने के मामले में नोएडा की सीके कंस्ट्रक्शन कंपनी पर 1.27 करोड़ का जुर्माना और नवाबगंज कोतवाली में अमानत में खयानत के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता ने कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक करन इसरानी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। सीके कंस्ट्रक्शन कंपनी को मुख्य अभियंता की ओर से पहले ही डिबार किया जा चुका है।

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कई बार चेतावनी देने, निर्माण की अवधि बढ़ाने के बाद भी पूरा नहीं किया काम

निर्माण खंड भवन लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता संजीव कुमार ने नवाबगंज थाने में दर्ज कराई एफआईआर में बताया कि सीके कंस्ट्रक्शन लाजिक्स टेक्रो पार्क नोएडा सेक्टर 127 की करन इसरानी की फर्म 17 मई 2021 से नवाबगंज के अधकटा नजराना में अटल आवासीय विद्यालय का निर्माण कार्य कर रही है। फर्म ने कार्य पूरी होने की तारीख 16 अगस्त 2022 तय की थी। इसके बाद भी कार्य में कई बार बाधा आई। कार्य काफी धीमा हुआ। इसे देखते हुए विभाग ने कांट्रेक्टर के पत्र पर विचार किया। विचार और उच्च अफसरों से सलाह लेने के बाद कार्य पूरा करने का समय 31 मार्च 23 तक बढ़ा दिया गया। लेकिन उसके बाद भी कंस्ट्रक्शन कंपनी ने निर्माण कार्य पूरा नहीं किया।

अटल आवासीय विद्यालय का निर्माण अधूरा होने की वजह से लखनऊ में पढ़ने भेजे गए बच्चे

श्रमिकों के बच्चों के लिए आवासीय मुफ्त शिक्षा व्यवस्था के लिए अटल आवासीय विद्यालयों का निर्माण किया जा रहा है। बरेली के नवाबगंज के अधकटा नजराना में अटल आवासीय विद्यालय शैक्षिक सत्र में पूरा नहीं हो सका। इसकी वजह से बरेली मंडल के बच्चों को कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने लखनऊ पढ़ने भेजा। कंस्ट्रक्शन कंपनी को कमिश्नर की ओर से कई बार चेतावनी दी गई। तय समय पर निर्माण पूरा करने के लिए कहा गया। इसके बावजूद कंस्ट्रक्शन कंपनी ने निर्माण कार्य पूरा नहीं किया। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी इसके बाद कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ कार्यवाही शुरू की गई। 29 सितंबर को फर्म को डिबार कर दिया गया। जांच में कार्य प्रगति असंतोषजनक पाई गई। नवाबगंज थाने में अधिशासी अभियंता की ओर से फर्म के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।


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