
बारातघर पर चला बुलडोजर (फोटो सोर्स: पत्रिका)
बरेली। बवाल के आरोपियों पर अब प्रशासन ने लोहे की मुट्ठी से वार करना शुरू कर दिया है। “ऑपरेशन तौकीर” के तहत शनिवार को बरेली प्रशासन, पुलिस और बरेली विकास प्राधिकरण की संयुक्त टीम ने मौलाना तौकीर रज़ा खां के सबसे करीबी और राइट हैंड माने जाने वाले आईएमसी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. नफीस खां और उनके साझेदार शोएब बेग की अवैध इमारत रज़ा पैलेस पर बुलडोज़र चला दिया।
शनिवार सुबह से ही प्रशासनिक हलचल बढ़ गई थी। जिलाधिकारी अविनाश सिंह के निर्देश पर पुलिस, बीडीए और प्रशासन की टीमें अलसुबह मौके पर पहुँचीं। सबसे पहले इलाके की बिजली सप्लाई काटी गई, ताकि कार्रवाई के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। एसपी सिटी मानुष पारीक के नेतृत्व में भारी पुलिस बल और पीएसी के जवानों ने पूरे इलाके की नाकाबंदी कर दी। दोपहर तक तीन बुलडोज़रों का काफिला रज़ा पैलेस पहुँचा और मुख्य गेट तोड़कर ध्वस्तीकरण शुरू हुआ।आसपास के इलाकों में लोगों की भीड़ जुट गई, लेकिन पुलिस ने किसी को पास नहीं आने दिया। बीडीए की टीम ने अवैध हिस्से को गिराने में तीन घंटे का समय लिया, जिसके बाद पूरे परिसर को सील कर दिया गया।
कार्रवाई के दौरान बीडीए और प्रशासनिक अफसरों की नज़र रज़ा पैलेस की दीवार पर लगी नेम प्लेट पर पड़ी तो सभी हैरान रह गए। नेम प्लेट पर ‘मुतवल्ली शोएब बेग पुत्र स्वर्गीय अथहर बेग (पूर्व PCS अधिकारी)’ लिखा हुआ था। नाम देखकर अधिकारियों ने तुरंत दस्तावेज़ों की जाँच कराई। बताया गया कि बरातघर का स्वामित्व और उपयोग विवादित स्थिति में है। BDA उपाध्यक्ष मणिकंदन ए. ने स्पष्ट कहा कि इमारत के निर्माण में नियमों का उल्लंघन हुआ था। यह कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया के तहत की गई है, किसी व्यक्ति विशेष को निशाना नहीं बनाया गया।
डॉ. नफीस और उनके बेटे को बरेली बवाल के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इज्जतनगर थाना क्षेत्र स्थित उनकी मार्केट पहले ही सील की जा चुकी है। अब प्रशासन ने उनके बारातघर ‘रज़ा पैलेस’ को भी ध्वस्त कर दिया। डॉ. नफीस और उनके साथियों की कई और संपत्तियों की जांच चल रही है, जिन पर अवैध निर्माण का संदेह है।
इसी दिन नगर निगम की टीम ने सैलानी क्षेत्र में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। नगर आयुक्त संजीव मौर्य की मौजूदगी में निगम की टीम ने दुकानों और मकानों के बाहर किए गए अवैध निर्माणों को तोड़ा। पूरे अभियान के दौरान पुलिस बल और नगर निगम के अधिकारी मौके पर तैनात रहे। हालांकि नगर निगम ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई बवाल से संबंधित नहीं है, बल्कि नियमित अतिक्रमण हटाओ अभियान का हिस्सा है।
डीएम अविनाश सिंह ने कहा कि जिन लोगों ने बरेली की शांति भंग की, उन्हें अब कानून का सामना करना होगा। बरेली में अवैध संपत्तियों और अवैध कब्जों पर लगातार कार्रवाई होगी। किसी उपद्रवी या उसके सहयोगी को किसी तरह की राहत नहीं दी जाएगी। 26 सितंबर को जुमा नमाज के बाद हुए उपद्रव में मौलाना तौकीर रज़ा, डॉ. नफीस खां, नदीम खां सहित कई लोगों को जेल भेजा गया था। अब प्रशासन ने उनके आर्थिक तंत्र पर प्रहार करते हुए अवैध संपत्तियों पर बुलडोज़र चलाने की नीति अपनाई है।
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Published on:
04 Oct 2025 04:19 pm
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