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बीडीए की बोर्ड बैठक में नई टाउनशिप योजना को हरी झंडी, रामायण वाटिका-साइंस पार्क को भी मिली मंजूरी

बीडीए की 92वीं बोर्ड बैठक शुक्रवार को मंडलायुक्त सभागार में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता मंडलायुक्त और प्राधिकरण अध्यक्ष भूपेंद्र एस. चौधरी ने की। इस मौके पर उपाध्यक्ष डॉ. मनिकंडन ए., नगर आयुक्त, प्राधिकरण और नगर निगम के अधिकारी, साथ ही बोर्ड सदस्य राजेश अग्रवाल, नवल किशोर मौर्य, शालिनी वर्मा, पूनम, पुष्पेन्दु शर्मा और उमेश कठेरिया मौजूद रहे।

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बैठक में मौजूद कमिश्नर भूपेंद्र चौधरी व अन्य अफसर (फोटो सोर्स: पत्रिका)

बरेली। बीडीए की 92वीं बोर्ड बैठक शुक्रवार को मंडलायुक्त सभागार में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता मंडलायुक्त और प्राधिकरण अध्यक्ष भूपेंद्र एस. चौधरी ने की। इस मौके पर उपाध्यक्ष डॉ. मनिकंडन ए., नगर आयुक्त, प्राधिकरण और नगर निगम के अधिकारी, साथ ही बोर्ड सदस्य राजेश अग्रवाल, नवल किशोर मौर्य, शालिनी वर्मा, पूनम, पुष्पेन्दु शर्मा और उमेश कठेरिया मौजूद रहे।

बैठक की शुरुआत में बीडीए द्वारा चल रही विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट पेश की गई। इसके बाद शहर में प्रस्तावित नए प्रोजेक्ट्स और आवासीय योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में रामायण वाटिका, नाथ म्यूजियम और सेक्टर-8 में बनने वाले साइंस पार्क को लेकर अलग से प्रस्तुति दी गई। अधिकारियों ने बताया कि इन प्रोजेक्ट्स से न केवल शहर की खूबसूरती बढ़ेगी बल्कि पर्यटन और शिक्षा को भी नया आयाम मिलेगा। बोर्ड ने इन प्रस्तावों पर सहमति जताते हुए इनके जल्द क्रियान्वयन के निर्देश दिए।

बैठक का सबसे अहम एजेंडा नई टाउनशिप योजना रही। बोर्ड के सामने इस योजना को विस्तार से रखा गया और सर्वसम्मति से मंजूरी दी गई। यह योजना ग्रेटर बरेली आवासीय योजना और रामगंगा नगर आवासीय योजना के बाद बीडीए की दूसरी सबसे बड़ी वृहद योजना होगी। खास बात यह है कि यह टाउनशिप दिल्ली-लखनऊ बड़े बाईपास और बरेली-पीलीभीत राजमार्ग से सटी होगी, जिससे आने वाले समय में यह क्षेत्र शहर का प्रमुख हाउसिंग हब बनने की उम्मीद है।

रामगंगा नगर योजना के अंतर्गत बनने वाले कई बड़े प्रोजेक्ट्स—जैसे रामायण वाटिका, कन्वेंशन सेंटर और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स—को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर संचालित करने पर भी बोर्ड ने सहमति दे दी। इससे न केवल योजनाओं पर तेजी से काम होगा बल्कि इनका संचालन भी आधुनिक तरीके से हो सकेगा। बैठक में यह भी तय किया गया कि 18 मीटर और उससे ज्यादा चौड़ी सड़कों पर स्थित आवासीय भूखंडों की बिक्री अब नीलामी के जरिए होगी। अधिकारियों का मानना है कि इससे पारदर्शिता बनी रहेगी और प्राधिकरण को अधिक राजस्व भी मिलेगा।

बैठक के बाद बोर्ड सदस्यों ने कहा कि बीडीए की नई पहलें शहर को भविष्य की जरूरतों के हिसाब से विकसित करने की दिशा में बड़ा कदम साबित होंगी। नई टाउनशिप योजना से हजारों लोगों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त आवास मिलेगा, वहीं रामायण वाटिका, नाथ म्यूजियम और साइंस पार्क जैसे प्रोजेक्ट्स शहर की पहचान को और मजबूत करेंगे।


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