नगर के लूनी नदी के दूसरे छोर पर करीब 35 वर्ष पूर्व आवासन मण्डल कॉलोनी का निर्माण किया था, शुरुआत में शहर, क्षेत्र के लोगों ने यहां रहने में रुचि नहीं दिखाई। बीते एक दशक में शहर, क्षेत्र की बढ़ी आबादी, इसके हुए विकास पर आज यहां 800 से अधिक परिवार निवास कर रहे हैं, लेकिन कॉलोनी का समुचित विकास नहीं होने पर रहवासियों को पहले की तरह ही परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। रहवासियों की दशकों की मांग पर सरकार ने एक वर्ष से अधिक समय पूर्व सड़क, नाली निर्माण के लिए बजट स्वीकृत किया था। इस राशि में कॉलोनी के कुछ भाग में सड़कों व नालियों का निर्माण किया। शेष राशि से कॉलोनी के अन्य भागों में सड़क व नाली निर्माण को लेकर तीन माह पूर्व कार्य प्रारंभ किया गया। ठेकेदार ने कंक्रीट, मिट्टी से ग्रेवल सड़क बना कार्य को बीच में छोड़ दिया। ग्रेवल सड़क पर डामर नहीं किया तो इसके किनारे नालियां नहीं बनाई। इस पर घरों से निस्तारित दूषित पानी के सड़कों पर फैलने व इससे कीचड़ बढऩे पर आवागमन में हर दिन रहवासियों को परेशानियां उठानी पड़ती हैं। जमा गंदगी-कीचड़ से इसमें पनपने वाले मच्छरों पर रहवासी खुले में बैठ नहीं पाते हैं। मच्छरों से बचने के लिए इन्हें सर्दी में भी पंखें चलाने पड़ते हैं। तीन माह से अधिक समय से अधूरे सड़क, नाली निर्माण से परेशान रहवासी कई बार नगर परिषद प्रशासन को समस्या से अवगत करवाकर इसे पूरा करवाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन अधिकारी आज कल में अधूरा कार्य पूरा करवाने का आश्वासन दे रहे हैं।
अधूरे कार्य से परेशानी- दशकों की मांग पर आवासन मण्डल कॉलोनी में सड़क, नाली कार्य स्वीकृत होने पर शीघ्र राहत मिलने की उम्मीद संजोई थी, लेकिन अधूरे कार्य से उल्टा परेशानियां अधिक बढ़ गई हैं। – मनोज चौधरी, रहवासी
अधूरे कार्य से परेशानी- दशकों की मांग पर आवासन मण्डल कॉलोनी में सड़क, नाली कार्य स्वीकृत होने पर शीघ्र राहत मिलने की उम्मीद संजोई थी, लेकिन अधूरे कार्य से उल्टा परेशानियां अधिक बढ़ गई हैं। – मनोज चौधरी, रहवासी
जिम्मेदार नहीं गंभीर- नगर परिषद प्रशासन आवासन मण्डल की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। तीन माह से अधिक समय से कार्य अधूरा पड़ा है। सड़क पर जमा दूषित पानी-कीचड़ पर घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। – सुनीता सोनी