ये भी पढ़े… रोडवेज व लोक परिवहन संचालकों में फिर तकरार
अवैध वाहनों को लेकर कहासुनी, परिवहन निरीक्षक पहुंचे मौके पर
बाड़मेर ञ्च पत्रिका . रोडवेज के रूट पर गलत तरीके से लोक परिवहन बसों के संचालन को लेकर रविवार को शहर के बीएनसी चौराहे पर रोडवेज व लोक परिवहन संचालकों के बीच कहासुनी हो गई। इस दौरान रोडवेज कर्मियों ने इस बात का विरोध जताया कि बाड़मेर से कवास होते हुए जोधपुर की ओर चलने वाली किसी भी बस का परमिट नहीं है। लोक परिवहन को चवा, रावतसर होते हुए परमिट है। इस मामले में परिवहन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी गई। आधे घंटे से अधिक देर तक कहासुनी के बाद परिवहन निरीक्षक मौके पर पहुंचे। उन्होंने गाड़ी के कागजात की जांच की। रोडवेज कर्मियों को आश्वस्त किया कि अवैध बसों की जांच की जाएगी। इसके बाद मामला शांत हुआ।
पहले भी हो चुका
है विवाद
लगभग एक माह पूर्व सिणधरी चौराहे पर लोक परिवहन व रोडवेज कर्मियों के बीच हुई विवाद के दौरान लोक रोडवेज कार्मिक घायल हो गया था। इसके बाद पुलिस ने मामला शांत करवाया।
संचालन पर रोक की मांग : रोडवेज युनियन एटक अध्यक्ष रूगाराम धतरवाल ने बताया कि पूर्व में परिवहन विभाग व जिला प्रशासन को अवैध बसों को रोकने के लिए मांग की गई। इसके बाद भी संचालन हो रहा है।
अवैध वाहनों को लेकर कहासुनी, परिवहन निरीक्षक पहुंचे मौके पर
बाड़मेर ञ्च पत्रिका . रोडवेज के रूट पर गलत तरीके से लोक परिवहन बसों के संचालन को लेकर रविवार को शहर के बीएनसी चौराहे पर रोडवेज व लोक परिवहन संचालकों के बीच कहासुनी हो गई। इस दौरान रोडवेज कर्मियों ने इस बात का विरोध जताया कि बाड़मेर से कवास होते हुए जोधपुर की ओर चलने वाली किसी भी बस का परमिट नहीं है। लोक परिवहन को चवा, रावतसर होते हुए परमिट है। इस मामले में परिवहन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी गई। आधे घंटे से अधिक देर तक कहासुनी के बाद परिवहन निरीक्षक मौके पर पहुंचे। उन्होंने गाड़ी के कागजात की जांच की। रोडवेज कर्मियों को आश्वस्त किया कि अवैध बसों की जांच की जाएगी। इसके बाद मामला शांत हुआ।
पहले भी हो चुका
है विवाद
लगभग एक माह पूर्व सिणधरी चौराहे पर लोक परिवहन व रोडवेज कर्मियों के बीच हुई विवाद के दौरान लोक रोडवेज कार्मिक घायल हो गया था। इसके बाद पुलिस ने मामला शांत करवाया।
संचालन पर रोक की मांग : रोडवेज युनियन एटक अध्यक्ष रूगाराम धतरवाल ने बताया कि पूर्व में परिवहन विभाग व जिला प्रशासन को अवैध बसों को रोकने के लिए मांग की गई। इसके बाद भी संचालन हो रहा है।