
Barmer: Rajasthan: दिलीप दवे बाड़मेर. प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में अब शिक्षकों की कमी के बावजूद शिक्षण कार्य सुचारू चलेगा। राज्य सरकार ने तकनीकी का सहयोग लेकर शिक्षण कार्य करवाने के लिए मिशन स्टार्ट योजना लागू की है। इसमें प्रदेश 15070 उच्च माध्यमिक विद्यालयों में ई कक्षाओं का संचालन होगा जिसमें तय पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ाई होगी। इसके लिए कंप्यूटर हार्डवेयर का आंकलन कर उनका उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा।
प्रदेश के दूरस्थ विद्यालय जहां शिक्षकों की कमी के चलते शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है, वहां भी पढ़ाई सुचारू हो इसको लेकर मुख्यमंत्री ने शिक्षक दिवस पर मिशन स्टार्ट योजना की घोषणा की थी। योजना में तकनीकी के सहयोग से ई कक्षाओं का संचालन करने का निर्णय किया था जिसकी क्रियान्विति को लेकर दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। मिशन स्टार्ट (सपोर्ट फॉर टिचिंग विथ एडवांस रेमेडियल टेक्निक्स) के तहत विद्यालय में आईसीटी लैब, स्मार्ट टीवी, आईएफ पीडी, प्रोजेक्टर, आईबी, एचबी आदि का उपयोग किया जाएगा। प्रदेश के प्रत्येक विद्यालय में ई कक्षाओं की समय सारणी बना कर शाला दर्पण पोर्टल के माध्यम से प्रबोधन किया जाएगा।
इनकी कक्षाओं की बनेगी समय सारणी
विभागीय निर्देशानुसार संस्था प्रधान अपने विद्यालय में कक्षा नवीं से बारहवीं तक शैक्षिक रिक्त पदों का आंकलन कर कालांश निर्धारित करते हुए समय सारणी बनाएंगे। प्रत्येक शुक्रवार को आगमी सप्ताह की समय सारणी शाला दर्पण मॉड्यूल में प्रविष्ट कर उसका प्रिंट विद्यालय के नोटिस बोर्ड पर चस्पा किया जाएगा।
शिक्षण कार्य सुचारू करने में मिलेगी सहायता
जिन विद्यालयों में इंटरनेट सुविधा है, वहां ऑनलाइन पढ़ाई होगी। जहां नेट कनेक्टिविटी नहीं है, पाठ्यक्रम को लेकर विशेषज्ञ शिक्षकों के व्याख्यान को कंप्यूटर में स्टॉल किया जाएगा। इससे बच्चे कंप्यूटर व अन्य तकनीकी माध्यम से तय कालांश में विद्यालय में पढ़ाई कर सकेंगे। यह योजना बाड़मेर जिले के बेहतर साबित होगी। - जेतमालसिंह राठौड़, अतिरिक्त मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मुख्यालय बाड़मेर
Published on:
19 Sept 2023 12:16 am
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