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पूर्व आईपीएस और बसपा प्रत्याशी पंकज चौधरी को बड़ा झटका, निरस्त हुआ नामांकन

बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से बसपा से चुनाव लड़ रहे पूर्व आईपीएस पंकज चौधरी को बड़ा झटका लगा है।

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Pankaj Chaudhary

बाड़मेर। बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से बसपा से चुनाव लड़ रहे पूर्व आईपीएस पंकज चौधरी Pankaj Chaudhary को बड़ा झटका लगा है। पंकज चौधरी का नामांकन निरस्त हो गया है। जानकारी के मुताबिक बसपा प्रत्याशी पंकज चौधरी ने नामंकन पत्र में सेवा से बर्खास्तगी के सबन्ध में निर्वाचन विभाग से सर्टिफिकेट नहीं लगाया गया था जिसके चलते नामांकन पत्र निरस्त किया गया है। गौरतलब है कि पंकज चौधरी ने सोमवार को नामांकन दाखिल किया था। इस सीट से कांग्रेस से मानवेन्द्र सिंह और भाजपा से कैलाश चौधरी मैदान में हैं।

अयोग्यता के प्रावधान के अन्तर्गत केंद्र या राज्य सरकार की ओर से भ्रष्टाचार या अन्य किसी भी आधार पर सेवा से बर्खास्त किए गए अधिकारी चुनाव नहीं लड़ सकते। इसको लेकर चुनाव आयोग ने बुधवार को पंकज चौधरी का नामांकन निरस्त कर दिया। बता दें कि पंकज चौधरी ने कुछ दिनों पहले चुनाव लड़ने का एलान किया था। इसके बाद बसपा ने उन्हें बाड़मेर से टिकट देकर मैदान में उतारा था। वहीं बसपा से ही पंकज चौधरी की पत्नी मुकुल चौधरी को जोधपुर लोकसभा सीट से टिकट दिया है।


पत्नी के रहते दूसरी शादी करने के मामले में हुए बर्खास्त
आपको बता दें कि वर्ष 2009 बैच के आईपीएस पंकज चौधरी को पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी करने के मामले में गृह मंत्रालय ने बर्खास्त कर दिया और उनकी सेवा समाप्ति कर दी गई थी। चौधरी 2011 से 2018 के बीच कोटा, बांसवाड़ा, जैसलमेर, अजमेर, बूंदी, दिल्ली और जयपुर में अलग अलग पदों पर रहे हैं।

मंत्री सालेह मोहम्मद के पिता गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट खोलने के बाद वे पहली बार चर्चा में आए थे। इसके बाद नैनवां, बूंदी में हुए सांप्रदायिक दंगों के बाद उन्हें लापरवाही बरतने के आरोप में हटाया भी गया था। चौधरी ने राजस्थान के कई आईपीएस, आईएएस अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर चर्चा में रहे थे।