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CBSE Exam 2025-26: स्टूडेंट ही तय करेगा वो दोनों या फिर एक परीक्षा में बैठेगा

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2025-2026 के तहत सीबीएसई 10वीं की साल में दो बार परीक्षा प्रस्तावित है, परीक्षा के पैटर्न को लेकर छात्रों और उनके अभिभावकों में असमंजस है जिसका जवाब स्कूल संचालकों के पास भी नहीं है

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योगेंद्र सेन

Education Policy: राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सत्र 2025-2026 से सीबीएसई 10वीं बोर्ड में दो बार परीक्षा का आयोजन करने जा रहा है। लेकिन साल में दो बार परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों में असमंजस है।
छात्रों और अभिभावकों के मन में परीक्षा के पैटर्न को लेकर कई सवाल हैं लेकिन स्कूलों के पास भी सवालों के सही जवाब नहीं हैं। स्कूल प्रबंधकों का कहना है कि सीबीएसई से दो बार परीक्षा कराने निर्देश तो हैं, लेकिन परीक्षा कैसे होगी, क्या नियम होंगे, फाइनल सर्कुलर से ही पता चलेगा।

सीबीएसई ने जो ड्राफ्ट बनाया है उस पर स्टेकहोल्डर्स से 9 मार्च तक फीडबैक मांगा था। इसमें स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन, पेरेंट्स एसोसिएशन, टीचर्स एसोसिएशन, पॉलिसी मेकर्स और चुने हुए एनजीओ शामिल हैं। सीबीएसई रिसोर्स पर्सन एवं एक्सपर्ट ब्रजेश शर्मा ने बताया कि सीबीएसई ने ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। फीडबैक प्राप्त करने के बाद नीति की समीक्षा होगी। उसमें आवश्यक संशोधन कर अंतिम रूप दिया जाएगा। सुझावों के आधार पर कुछ बदलाव हो सकता है, लेकिन यह तय है कि इस बार दो बोर्ड एग्जाम होंगे।

पैटर्न में बदलाव के ये कारण

बोर्ड एवं प्रवेश परीक्षाओं की प्रणाली में सुधार जरूरी।
मूल्यांकन प्रणाली के हानिकारक प्रभावों को रोकना।
बच्चों के समग्र विकास को प्रोत्साहित किया जाए।
बोर्ड परीक्षाओं के दबाव को समाप्त किया जाए।
बच्चों में कोचिंग क्लासेज की जरूरत खत्म हो।
छात्रों की कोर क्षमताओं का परीक्षण करना होगा।

10वीं बोर्ड परीक्षा 2025- 26 कार्यक्रम सारिणी

पहला चरण: 17 फरवरी-06 मार्च 2026
दूसरा चरण: 5 मई से 20 मई 2026
दोनों परीक्षाओं में पहला पेपर गणित विषय का होगा
पंजीकृत छात्र: 26,60,000

छात्र- अभिभावकों के सवाल, एक्सपर्ट के जवाब

क्या छात्र को दोनों परीक्षाओं में बैठना अनिवार्य है?
छात्रों को दोनों परीक्षाओं में बैठना अनिवार्य नहीं होगा, तीन विकल्प होंगे - पहला साल में एक बार परीक्षा दें, दूसरा दोनों परीक्षाओं में शामिल हों और किसी सब्जेक्ट में अच्छा परफॉर्म न कर पाने पर, दूसरी परीक्षा में उस विषय का दोबारा एग्जाम दें।
क्या सप्लीमेंट्री वाले ही दूसरी परीक्षा में बैठ सकेंगे?
दूसरी परीक्षा में कोई भी विद्यार्थी बैठ सकता है।
क्या दोनों में से कोई भी विकल्प चुनना विद्यार्थी पर निर्भर होगा?
अपनी सुविधा से कोई भी विकल्प चुन सकेगा।
क्या अपनी मर्जी से आधे-आधे पेपर दे सकेंगे?
विद्यार्थी अपनी सुविधानुसार पेपर दे सकेंगे।
क्या पहली परीक्षा में कम अंक आने पर दूसरी परीक्षा में बैठ सकेंगे?
विद्यार्थी ज्यादा नंबर लाने के लिए दूसरी परीक्षा में बैठ सकता है।
क्या दोनों परीक्षाओं में आधा-आधा सिलेबस पूछा जाएगा?
नहीं, पूरा सिलेबस आएगा।
क्या दो एग्जाम्स के बाद सप्लीमेंट्री एग्जाम का मौका मिलेगा?
नहीं, दो एग्जाम के बाद सप्लीमेंट्री का मौका नहीं मिलेगा।
क्या दोनों परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन अलग-अलग होगा?
हां, दोनों साथ का भी ऑप्शन होगा।
क्या प्रैक्टिकल एग्जाम भी दो बार होंगे?
प्रैक्टिकल एक बार ही होंगे।

कैसे होगा पता नहीं

केस 1: जोधपुर की छात्रा प्रियांशी इस साल 10वीं में है। रिजल्ट लेते समय पैरेंट्स ने पूछा तो टीचर ने सिर्फ इतना बताया कि दो बार परीक्षा तो होगी, लेकिन कैसे होगी, स्टूडेंट को क्या करना होगा, इसकी जानकारी नहीं है।

केस 2: पूनम श्रीवास्तव अपनी बेटी का 10वीं कक्षा में दाखिला करवाने एक निजी स्कूल पहुंचीं। सीबीएसई से दो बार परीक्षा करवाने के बारे में जब पूछा कि पहली बार में पास होने के बाद दूसरी भी देना अनिवार्य है, तो बताया कि अभी जानकारी नहीं है।

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