
दूदिया-अजीत-गोल-उतरलाई में बनेंगे हाईलेवल प्लेटफार्म
बालोतरा.
जोधपुर-समदड़ी-बाड़मेर रेलमार्ग के रेलवे स्टेशन दूदिया, अजीत, गोल व उत्तरलाई के लो लेवल प्लेटफार्म शीघ्र ही हाई लेवल प्लेटफार्म में बदलेंगे। 4 करोड़ राशि से इनका निर्माण होगा। तीन-चार माह में प्लेटफार्म निर्माण पूर्ण होने पर डेढ़ दशक से अधिक समय से परेशानियां उठा रहे हजारों यात्रियों को राहत मिलेगी।
जिला बाड़मेर के भारत-पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे होने पर सामारिक सुरक्षा की दृष्टि को लेकर रेलवे ने डेढ़ दशक से अधिक समय पूर्व जोधपुर-समदड़ी-बाड़मेर-मुनाबाव रेल लाइन का आमान परिवर्तन किया था। इस पर जिले व क्षेत्र के लोगों ने अच्छी रेल सुविधाओं को लेकर सपने संजोए थे, लेकिन ये पूरे नहीं हो पाए। उल्टा रेलवे के आमान परिवर्तन कार्य में कंजूसी बरतते हुए लो लेवल प्लेटफार्मों को हाई-लेवल में नहीं बदलने से मार्ग के रेलवे स्टेशनों के यात्रियों की परेशानियां बढ़ गई। प्लेटफार्म नीचे व रेलगाड़ी के डिब्बे ढाई- तीन फीट ऊंचे होने पर इनमें सवार होने व उतरने को लेकर हर दिन हजारों यात्रियों को बड़ी परेशानियां उठानी पड़ती है। रेलगाडिय़ों के कम ठहराव व भीड़ की आपाधापी में कई यात्री नीचे गिर चोटिल होते हैं। विशेषकर महिला व बुजुर्ग यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ती है। इस पर परेशान यात्री लंबे समय से लो लेवल प्लेटफार्म को हाई लेवल में बदलने की मांग कर रहे थे।
यहां बनेंगे हाई लेवल प्लेटफार्म- रेलवे स्टेशन दूदिया, अजीत, गोल व उतरलाई में हाई लेवल प्लेटफार्म की स्वीकृति जारी की है। इन स्टेशनों पर दो-दो हाईलेवल प्लेटफार्म बनाए जाएंगें।करीब एक किलोमीटर दूरी में तीन फीट ऊंचाई में हाई लेवल प्लेटफार्म बनेंगे। रेलवे स्टेशन उत्तरलाई पर हाईलेवल प्लेटफार्म पहले से बना हुआ है। यहां एक व शेष रेलवे स्टेशनों पर दो-दो प्लेटफार्म बनाए जाएंगे। इन पर करीब 4 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इन रेलवे स्टेशनों पर पहले मुख्य प्लेटफार्म नहीं बनाकर दूसरा प्लेटफार्म बनाया जाएगा। दूसरे के बनकर तैयार होने के बाद पहला बनाया जाएगा। इससे की रेलगाडिय़ों में सवार होने,उतरने को लेकर यात्रियों को परेशानियां नहीं उठानी पड़े। निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, एेसे में तीन-चार माह में कार्य पूर्ण होने की उम्मीद है।
अच्छी सुविधा मिलेगी-
स्टेशन पर लो लेवल प्लेटफार्म पर रेलगाड़ी की बजाय अधिकांश महिलाएं बसों में यात्रा करती हैं। क्योंकि ऊंचे डिब्बे होने पर हर समय गिरने का डर रहता है। हाईलेवल प्लेटफार्म बनाने पर अच्छी सुविधा मिलेगी।
संध्या दवे
हाईलेवल प्लेटफार्म बनने से फायदा- लो लेवल प्लेटफार्मपर रेलगाड़ी में सवार होना व उतरना मुश्किल हो गया है। इस पर बहुत जरूरी काम पर यात्रा करता हूं। स्टेशन के लो लेवल प्लेटफार्म को हाईलेवल में बदलने पर बहुत खुश हंू।
सांवलराम सैन बुजुर्ग

Published on:
19 Aug 2018 11:15 pm
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