
Expenditure incurred up to Rs 6 lakh every day for Refinery Program
बाड़मेर.प्रधानमंत्री की सभा और रिफाइनरी शिलान्यास को लेकर हर दिन सार्वजनिक निर्माण विभाग सवा छह लाख रुपए खर्च कर रहा है। मात्र बीस दिन में यह कार्य करना का जिम्मा मिलने पर विभाग के अधिकारी व कर्मचारी दिन-रात जुटे हुए हैं। 16 जनवरी से पहले विभाग करीब सवा करोड़ रुपए रिफाइनरी स्थल पर खर्च कर देगा। इन रुपयों से रिफाइनरी स्थल पर सड़कें, हैलीपेड, पार्र्किंग स्थल आदि बन रहे हैं। सार्वजनिक निर्माण विभाग के साथ एचपीसीएल, प्रशासन आदि भी करोड़ों रुपए खर्च कर व्यवस्थाओं को अंजाम देने में लगे हुए हैं।
प्रदेश की तस्वीर का तकदीर बदलने वाली महत्वाकांक्षी योजना रिफाइनरी का शिलान्यास समारोह 16 जनवरी को है। पचपदरा के पास गांव में होने वाले समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शिरकत करेंगे। समारोह में मोदी की उपस्थिति के चलते प्रशासन व्यवस्थाओं को अंजाम देने में जुटा हुआ है। डामर, ग्रेवल सड़कों का जाल बिछ रहा है तो हैलीपेड के साथ पार्र्किंग स्थल भी बन रहे हैं। करीब बीस दिन पहले प्रधानमंत्री के दौरे की पुष्टि हुई तो व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासनिक दौड़ शुरू हो गई। पिछले चौदह दिन से प्रशासन दिन-रात तैयारियां कर रहा है। यहां निर्माण कार्य को लेकर सार्वजनिक निर्माण विभाग जुटा हुआ है। विभाग यहां सड़कें, हैलीपेड, पार्र्किंग स्थल बनाएगा जिस पर सवा करोड़ खर्च होने का अनुमान है। एेसे में हर दिन विभाग सवा छह लाख रुपए खर्च कर रहा है।
यह होगा निर्माण- शिलान्यास समारोह पर आने वाले वीवीआईपी लोगों के हैलीकॉफ्टर के लिए पंाच हैलीपेड का निर्माण हो रहा है। इनका अधिकांश काम हो चुका है। इसके साथ ही आठ-दस डामरीकृत सड़कें बन रही हैं तो कई ग्रेवल रोड भी निर्मित हो रही हैं। वहीं चार पार्र्किंग स्थल भी बन रहे हैं। इसको लेकर जमीन समतलीकरण, लिंक रोड ग्रेवल का निर्माण भी हो रहा है।
दिन कम, काम ज्यादा, तैयारी दिन-रात की- जानकारी के अनुसार सार्वजनिक निर्माण विभाग को मात्र बीस दिन का काम मिला। इस काम को करने के लिए सैकड़ों श्रमिक, कई ठेकेदार काम पर लगाए हुए हैं। इनकी प्रभावी मॉनिटरिंग को लेकर छह-सात अभियंता भी वहां डेरा-डाले हुए हैं।
अन्य महमके में मुस्तैद-सार्वजनिक निर्माण विभाग के साथ एचपीसीएल, प्रशासन, डिस्कॉम, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, विभिन्न सरकारी महकमें भी अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं। इसके चलते एक तरफ जहां शामियाना, वीआईपी स्थल आदि तैयार हो रहे हैं तो जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग भी पेयजल व्यवस्था को लेकर मुस्तैद हो चुका है। एेसे में करीब चार करोड़ रुपए सभा और शिलान्यास को लेकर खर्च होने का अनुमान है।
सवा करोड़ का आंकलन- हालांकि अभी तक कितना खर्चा होगा, यह पता नहीं चल पाया है। अनुमान यह है कि करी ब सवा करोड़ रुपए खर्च होंगे। हमारे साथ अन्य विभाग भी विभिन्न कार्य देख रहे हैं।- जी आर जीनगर, अधीक्षण अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग बाड़मेर
Published on:
11 Jan 2018 01:00 pm
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