गणेशकुमार सुसाइड प्रकरण : 72 घण्टों से मोर्चरी में शव, धरना जारी रहा
– चौथे धरना जारी, जैसलमेर विधायक पहुंचे धरनास्थल, वार्ताओं का दौर जारी
Ganesh Kumar Suicide Case
बाड़मेर.
कोतवाली थाना क्षेत्र के चौहटन रोड़ पर रहवासी मकान में सुसाइड नोट लिखने के बाद आत्महत्या करने के मामले में पिछले करीब 72 घण्टों से शव राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में है। मोर्चरी के बाहर आक्रोशित पक्ष की ओर से मांगों को लेकर दिया जा रहा धरना गुरुवार शाम तक जारी रहा। मामले को लेकर एक दिन पहले बुधवार को जोधपुर रेंज आईजी व संभागीय आयुक्त बाड़मेर पहुंचे। उन्होंने जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक के साथ वार्ता कर मामले की जानकारी जुुटाई। उसके बाद शाम को पीडि़त पक्ष को न्याय दिलाने के लिए गठित कमेटी के सदस्यों के साथ लंबी वार्ता हुई। वार्ता के दौरान प्रशासन की ओर से सकारात्मक जबाव दिया गया है। उसके गुरुवार सुबह जैसलमेर विधायक रूपाराम बाड़मेर पहुंचे। उल्लेखनीय है कि भूखण्ड विवाद को लेकर एक साल पहले हुए हमले के बाद आहत व प्रताडि़त होकर चौहटन रोड़ निवासी गणेशकुमार पुत्र तोगाराम ने रविवार रात को सुसाइड नोट लिखने के बाद आत्महत्या कर ली।
गणेश आत्महत्या प्रकरण को लेकर चौथे दिन गुरुवार को जिला अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना-प्रदर्शन जारी रहा। बुधवार शाम को प्रतिनिधिमण्डल ने पांच सूत्री मांगों को लेकर एक ज्ञापन संभागीय आयुक्त को सौंपा। ज्ञापन में उल्लेख कर बताया कि हजारों की संख्या में लोग तीन दिन से राजकीय अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे है। उन्होंने ज्ञापन में बताया कि अगर समय रहते मांगों व पीडि़त परिवार को न्याय नही ंमिला तो स्थिति बिगड़ सकती है। इसके लिए पुलिस, प्रशासन व सरकार जिम्मेदार होगी। इसके बाद दूसरे दिन गुरुवार को वार्ताओं का दौर जारी है, लेकिन वार्ता में कोई नतीजा निकल कर नहीं आया है।
संभागीय आयुक्त व आईजी के साथ वार्ता
प्रतिनिधिमण्डल की ओर से पांच सूत्री मांग पत्र संभागीय आयुक्त को सौंपने के बाद संयुक्त वार्ता हुई। वार्ता में प्रतिनिधि मण्डल व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच सकारात्मक बात हुई है। प्रतिनिधिमण्डल का कहना है कि अधिकारियों के साथ संतोषजनक वार्ता हुई है, सकारात्मक जबाव मिला है। उन्होंने अब जल्द मामले को लेकर पटाक्षेप होने की उम्मीद जताई है।
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यह है पीडि़त पक्ष की मांग
– महावीर नगर के गणेशकुमार की पुस्तैनी भूमि को नगर परिषद ने दुर्भावनापूर्वक सामान्य जाति वर्ग के लोगों को नीलाम की, जो षडयंत्रपूर्वक कृत्य होकर अनुसूचित जाति जन जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध है। जिसके लिए तत्कालीन नगर परिषद के अध्यक्ष व अधिशाषी अधिकारी के खिलाफ राज्य स्तर पर अपराधिक प्रकरण दर्ज करवाया जाए।
– गणेशकुमार पर हुए जानलेवा हमले के प्रकरण में एफआर देने वाले अन्वेषण अधिकारी को अविलंब निलंबित कर सीसीए नियमों की कार्यवाही के साथ-साथ उसके खिलाफ एससी-एसटी का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार करें।
– आत्महत्या से पहले लिखे गए सुसाईड नोट में नामजद आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार जाएं।
– न्यायालय सेशन न्यायाधीश के निर्णय 22 जुलाई 2016 कि पालना में नगर परिषद की नीलामी को निष्प्रभावी घोषित किया है,के पट्टों पर निरस्तीकरण की नोट लगाकर विवादित भूखण्डों की गणेश कुमार के वारिसन को हस्तारित कर पुलिस प्रशासन व नगर परिषद कब्जा दिलाएं।
– मृतक दलित युवा व्यापारी की विधवा पत्नी को स्थायी सरकारी नौकरी दी जावें।
– गणेश की आत्महत्या नगर परिषद की वजह से हुई है। नगर परिषद गणेश के परिजनों को 10 करोड़ का मुआवजा राशि दें।
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