
चौहटन (बाड़मेर)। करीब 27 महीने पहले 5 नवंबर 2020 की रात को बदहवासी में तारबंदी फांद कर पाकिस्तान चले गए गेमराराम की मंगलवार को भारत वापसी हो गई। वाघा बॉर्डर पर सीमावर्ती कुम्हारों का टीबा सज्जन का पार निवासी गेमराराम मेघवाल को पाक रेंजर्स ने बीएसएफ के सुपुर्द किया। बीएसएफ संभवत: बुधवार को उसे बाड़मेर पुलिस के सुपुर्द करेगी। रात के अंधेरे का फायदा उठा कर तारबंदी फांद कर पाकिस्तान चले जाने के बारे में अब सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां उससे संयुक्त पूछताछ करेंगी। बीएसएफ के अधिकारियों ने गेमराराम को यहां लाने के लिए बाड़मेर पुलिस को इत्तला दी है।
उधर, गेमाराम के पाकिस्तान चले जाने के बाद उसका परिवार बिछोह का दंश झेल रहा है। कुल 12 भाई बहनों सहित माता-पिता के गेमराराम के पाक चले जाने की खबर ने झकझोर दिया था। उसके घर हाल जानने के लिए गए हर किसी के सामने उसकी मां विनती करते हुए नहीं थक रही थी। इसी के चलते गेमराराम के पिता जामाराम की मौत हो गई। उसे अपने बेटे का कंधा भी नसीब नहीं हो सका।
अब इंतजार की खुशियां और पकड़े जाने का डर
युवक की भारत वापसी होने की खबर से उसकी मां व भाई जुगता सहित सभी भाई बहनों के चेहरों पर खुशी झलकने लगी है। इसी खुशी के साथ ही उन्हें गेमराराम के विरुद्ध दर्ज प्रकरण व सीमा फांदने के गुनाहों के चलते पकड़े जाने का डर भी सताने लगा है।
युवक के दूर के रिश्तेदार मिठडाऊ निवासी धर्माराम मेघवाल ने बताया कि बीएसएफ से सोमवार को गेमरा के भारत आने की सूचना मिली थी। मंगलवार को उसे अटारी वाघा बॉर्डर पर पाक की ओर से बीएसएफ को सुपुर्द किए जाने की सूचना है। साथ ही बीजराड़ पुलिस ने भी इसकी जानकारी दी है।
Published on:
14 Feb 2023 08:47 pm
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