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जानिए कैसे पाकिस्तान के साइबर अटैक को रोंकेंगे भारत के स्कूली विद्यार्थी

साइबर क्राइम को लेकर पाकिस्तान की पीआइओ(पाकिस्तान इंटेलीजेंस ऑपरेटिव्स) की नापाक करतूतों का जवाब बॉर्डर के स्कूलों में प्रार्थना सभाओं में मिलेगा। शिक्षा विभाग स्कूलों में विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित करेगा।

बाड़मेरMar 18, 2025 / 08:11 pm

Ratan Singh Dave


  • बाड़मेर
    साइबर क्राइम को लेकर पाकिस्तान की पीआइओ(पाकिस्तान इंटेलीजेंस ऑपरेटिव्स) की नापाक करतूतों का जवाब बॉर्डर के स्कूलों में प्रार्थना सभाओं में मिलेगा। शिक्षा विभाग स्कूलों में विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित करेगा। पुलिस,बीएसएफ और शिक्षा महकमा संयुक्तरूप यहां पहुंचकर दसवीं से बारहवीं के विद्यार्थियों को साइबर क्राइम और पाकिस्तानी करतूतों से बचने के लिए जागरूक करेगा।
    पाकिस्तान इंटेलीजेंसी की ओर से लगातार बॉर्डर पर नेटवर्क बढ़ाने के लिए फ्रॉड कॉल के जरिए लोगों को फांसने की हरकतें करने लगी है। मोबाइल पर हनीट्रेप व अश्लील विडियो शेयर किए जा रहे है। साथ ही चिकनी-चुपड़ी बातों के विडियो लिंक भेजकर भी लालायित कर रहे है। लिंक पर क्लीक या हनीट्रेप विडियो देखने वालों को धीरे-धीरे झांसे में लेने के बाद उनसे बॉर्डर की सूचनाएं ली जा रही है। इसको लेकर बीएसएफ के जागरूक होने के बाद अब शिक्षा विभाग भी सचेत हुआ है। शिक्षा विभाग की ओर से दसवीं से बारहवीं के विद्यार्थियों को साइबर क्राइम की जानकारी के लिए जागरूक किया जाएगा।
    04 इलाकों में विशेष अभियान
    बॉर्डर के चौहटन, गडरारोड़, शिव, रामसर क्षेत्र के बॉर्डर से जुड़ी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाएगी। इन प्रार्थना सभा में साइबर एक्सपर्ट अथवा संस्था प्रधान के जरिए करीब एक घंटे तक विद्यार्थियों को साइबर क्राइम की जानकारी दी जाएगी। साथ ही उन्हें आसपास के इलाके व परिवार में भी साइबर क्राइम रोकने के लिए प्रेरक बनाया जाएगा।
    250 से अधिक स्कूल पहला लक्ष्य
    बॉर्डर के इन इलाकों में 250 से अधिक स्कूलों को प्रारंभिक लक्ष्य में लिया गया है। करीब तीस हजार से अधिक विद्यार्थी इस प्रार्थना सभा में जुड़ेंगे। जहां उनको साइबर क्राइम को समझने के लिए प्रशिक्षण मिलेगा।
    पीआइओ के अटैक को जवाब
    पीआइओ की टारगेट में युवा व अधेड़ उम्र के लोग है। स्कूलों में दसवीं बारहवीं के विद्यार्थी 16 से 19 की उम्र वर्ग के है। ये विद्यार्थी आसानी से मोबाइल ऑपरेट और उसके सारा डाटा की जानकारी रखते है। विद्यार्थियों का एक साथ साइबर क्राइम को लेकर जागरूक होना पीआइओ के मंसूबों पर पानी फेर सकता है।
    विशेष प्रार्थना सभाएं करवाएंगे
    राजस्थान पत्रिका का आज का समाचार प्रेरक रहा। साइबर क्राइम को लेकर पहले से ही अधिकारियों को जिला प्रशासन ने बैठक लेकर जानकारी दी है। अब हम विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित करेंगे। बॉर्डर के स्कूलों में दसवीं से बारहवीं के विद्यार्थी इसकी जानकारी लेंगे। संस्था प्रधान व विषय विशेषज्ञ की मदद लेंगे। साथ ही बीएसएफ, पुलिस और अन्य जानकार भी पहुुंचे यह प्रयत्न करेंगे। आगामी 15 दिन में बॉर्डर के हर स्कूल में यह प्रार्थना सभा हों, यह सुनिश्चित करेंगे।- कृष्णसिंह राणीगांव, जिला शिक्षा अधिकारी

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