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इस भवन के खुले ताले तो बालिकाओं को मिले अप-डाउन में राहत, कारण है यह

निर्माण के बाद भी कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय छात्रावास का नहीं हो रहा संचालन

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रिपोर्ट- पवन आचार्य पाटोदी. बाड़मेर जिले के पंस मुख्यालय पाटोदी पर भवन निर्माण के बाद भी आवासीय बालिका छात्रावास शुरू नहीं हो पाया है। दो करोड़ का बना आलीशान भवन धूल फांक आ रहा है। गौरतलब है कि मुख्यालय पर वित्तीय वर्ष 2020-21 में बालिकाओं के लिए कस्तूरबा गांधी आवासीय छात्रावास स्वीकृत हुआ था, जिसमें भवन निर्माण के लिए दो करोड़ की राशि स्वीकृत हुई थी। पाटोदी मुख्य बस स्टैंड के बाहरी चौराहे के पास सुविधाओं से युक्त भवन निर्माण का कार्य पूर्ण हो गया है। फिर भी इस वर्ष छात्रावास के विधिवत संचालित नहीं होने से दूरदराज ढाणियों से आने वाली बालिकाएं बसों व अन्य साधनों में सफर करने को मजबूर हैं। पाटोदी तक विद्यालय पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय राउबामावि में 350 छात्राएं अध्ययनरत हैं। आसपास क्षेत्र की बालिका माध्यमिक विद्यालय नहीं होने से सभी बालिकाएं यहां मुख्यालय पर पहुंच रही है।

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इनका कहना है
इस कस्तूरबा आवासीय विद्यालय को विधिवत संचालित किया जाए तो बालिकाओं को सुविधा मिलेगी। स्थानीय जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों को पहल करते हुए जल्द ही बालिका छात्रावास प्रारंभ करना चाहिए।- राजूराम मोमतोणी, समाज सेवी भगवानपुरा
कस्तूरबा बालिका छात्रावास को जल्द ही प्रारंभ करना चाहिए, जिससे आसपास के क्षेत्र से आने वाली बालिकाओं को फायदा मिलेगा। पढ़ाई में भी बालिकाओं को सुविधा मिलेगी। - मोहम्मद पन्नू, समाजसेवी बडनावा जागीर

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सितंबर में किया हैंडओवर
हमारी ओर से सितंबर में बालिका विद्यालय को हैंडओवर कर दिया गया था। प्रवेश प्रक्रिया शुरू करे तो कोई परेशानी वाली बात नहीं है। - नगेंद्र पुरोहित, कनिष्ठ अभियंता, समग्र शिक्षा अभियान बालोतरा


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