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पादरू-बालोतरा सड़क खस्ताहाल

सार्वजनिक निर्माण विभाग नही करवा रहा मरम्मत- ग्रामीणों को आवागमन में उठानी पड़ती परेशानी

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पादरू-बालोतरा सड़क खस्ताहाल

पादरू-बालोतरा सड़क खस्ताहाल

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बालोतरा.
उपखंड व विधानसभा सिवाना क्षेत्र के बड़े कस्बे पादरू से बालोतरा से जुड़ी दोनों सड़कें खस्ताहाल होने से पादरू व इससे जुड़े एक दर्जन गांवों के ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। बालोतरा-पादरू 35 किमी दूरी का मार्ग तय करने में एक घंटे से अधिक समय लगता है। पादरू क्षेत्र के गंभीर रैफर मरीजों के बालोतरा पहुंचने तक अनहोनी का डर रहता है। ग्रामीण लम्बे समय से सड़क मरम्मत की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार ध्यान नहीं दे रही।

विधानसभा सिवाना क्षेत्र के बड़े कस्बों में से पादरू एक है। 18 हजार से अधिक आबादी वाले कस्बे से एक दर्जन से अधिक गांव जुड़े हुए हंै। पादरू से जिले के दूसरे बड़े शहर बालोतरा की दूरी 35 किलोमीटर है। बालोतरा में बड़ा बाजार, चिकित्सालय, उपखंड, जिला स्तरीय कार्यालय आदि होने पर पादरू व क्षेत्र के गांवों से हर दिन हजारों जने रोजगार, कामकाज, खरीदारी, उपचार आदि आदि कार्यों के लिए बालोतरा आते हंै। इस पर क्षेत्र के खस्ताहाल मार्ग पर इन्हें अधिक परेशानी उठानी पड़ती है।

दो सड़के खस्ताहाल- पादरू-बालोतरा सड़क असाड़ा, बुड़ीवाड़ा, जागसा से दो भागों में बंटता है। पहला मार्ग जागसा-चौधरियों की ढाणी-धनवा फांटा-मिठौड़ा-पादरू व दूसरा मार्ग उचियों की ढाणी-दांखा- धनवा फांटा-धनवा- मिठौड़ा- भागवा मीठा- जूना मीठाखेड़ा-पादरू जाता है। कस्बे से जुडी दोनों की सड़कें क्षतिग्रस्त है। कई स्थानों पर तो सड़क का नामोनिशान ही नहीं है। सौ-सौ फीट दूरी में सड़क गायब है। गड्ढ़ों के साथ कंक्रीट बिखरी होने से आवागमन मुश्किल हो रहा है।

खस्ताहाल सड़क, परेशानी - बालोतरा-पादरू सड़क बेहद क्षतिग्रस्त है। कई जगह तो सड़क का नामोनिशान भी नहीं है। आवगमन में हर दिन परेशानी हो रही है।- - जबरसिंह, उपसरपंच पादरू

पैदल चलना तक मुश्किल- पादरू से बालोतरा से जुड़ी सड़कें क्षतिग्रस्त है। वाहन लेकर जाना तो दूर पैदल चलना तक मुश्किल हो गया है। नाममात्र की दूरी तय करने में भी घंटों लगते हंै। हर दिन हजारों जने परेशानी उठाते हंै। - लाखाराम देवासी