
अनार की बगिया बनेगी समृद्धि की राह
बाड़मेर: अनार की बागवानी ने प्रदेश के अनेक किसानों की तकदीर बदल दी है। खासतौर से बाड़मेर और बालोतरा जिले के किसानों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है। अनार बागवानी को बढ़ावा देने के लिए दी बाड़मेर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के प्रस्ताव को अपेक्स बैंक ने स्वीकार कर लिया है।
इससे प्रदेश के किसानों को अब सहकार अनार उद्यान वित्त पोषण योजना के तहत पहली बार कम ब्याज दर पर खेती के लिए ऋण मिलेगा। पूर्व में किसान पारंपरिक रबी, खरीफ, जायद को फसल की ही बुवाई करते थे। प्रदेश के कुछ जिलों में किसान सीमित क्षेत्र में अनार और अन्य बागवानी करते आए हैं।
साल 2010 में बालोतरा के किसानों ने नवाचार करते हुए पहली बार अनार के बगीचे लगाए। इनकी मेहनत से बगीचे खूब फले- फूले और भरपूर पैदावार हुई। बीते एक दशक में बाड़मेर, बालोतरा में अनार बागवानी खेती में किसानों ने ज्यादा रुचि दिखाई। बाड़मेर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक ने इसको बढ़ावा देने के लिए प्रस्ताव तैयार कर अपेक्स बैंक को भिजवाया। बैंक के स्वीकृति करने पर प्रदेश के सभी 29 सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक किसानों की जरूरत अनुसार उन्हें ऋण उपलब्ध कराएंगे।
एक हेक्टेयर क्षेत्र में बगीचा लगाने पर अनुमानित 5. 95 लाख लागत आती है। चार हेक्टेयर लागत राशि का बैंक 80 प्रतिशत करीब 19 लाख का ऋण किसानों को देगी। 20 प्रतिशत राशि किसान को स्वयं वहन करनी पड़ेगी। प्रति सैकड़ा 11 प्रतिशत ब्याज वसूलेगी। सरकार के 5 प्रतिशत अनुदान देने पर किसानों को 6 प्रतिशत दर से ऋण उपलब्ध होगा। चौथे वर्ष से किसान कि किश्त शुरू होगी। छह-छह महीने अंतराल में उन्हें किश्त जमा करवानी होगी।
अनार बागवानी महंगी खेती है। प्रतिवर्ष लाखों रुपए खर्च होता है। तीन वर्ष तक पैदावार नहीं मिलने पर सामान्य किसान के लिए इसकी खेती करना आसान नहीं है। योजना किसानों के लिए वरदान साबित होगी।
-नरपतदान रतनू, प्रगतिशील किसान
अपेक्स बैंक ने बाड़मेर बैंक के प्रस्ताव को स्वीकृत कर योजना प्रारंभ की है। प्रदेश के सभी 29 बैंक किसानों की जरूरत अनुसार उन्हें ऋण उपलब्ध कराएंगे।
-वासुदेव पालीवाल, प्रबंध निदेशक, द बाड़मेर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक बाड़मेर
Published on:
07 Oct 2025 02:33 pm
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