शहर की शायद ही कोई गली या मोहल्ला होगा, जहां बेआसरा पशुओं का जमावड़ा नहीं रहता है। वहीं मुख्य मार्ग पर पशु बेतहाशा दौड़ते रहते हैं। इसके चलते कई बार मुख्य मार्ग पर जाम की स्थिति हो जाती है। बुधवार शाम को रेलवे स्टेशन रोड़ पर आवारा पशुओं की धमाचौकड़ी से अफरा-तफरी मच गई। राहगीर व वाहन चालक खुद को बचाते हुए इधर-उधर भाग रहे थे।
धरने के बाद भी कार्रवाई नहीं
धरने के बाद भी कार्रवाई नहीं
नगर परिषद के सामने पार्षदों ने शहर को बेआसरा पशुओं से मुक्ति दिलाने सहित अन्य समस्याओं को लेकर गत दिनों 13 दिन तक धरना दिया था। जिला कलक्टर, नगर परिषद आयुक्त व पार्षदों के मध्य वार्ता में बेआसरा पशुओं को तुरंत टीम बना पकडऩे की सहमति बनने पर धरना समाप्त हुआ। लेकिन न तो टीम बनी और ना ही बेआसरा पशु पकड़े गए।
शहर में यहां है बेआसरा पशुओं का जमावड़ा
शहर में यहां है बेआसरा पशुओं का जमावड़ा
शहर के महावीर सर्किल, ढाणी बाजार, जवाहर चौक, पुरानी सब्जी मंडी, सदर बाजार, स्टेशन रोड, रेलवे स्टेशन, तिलक बस स्टैंड, राय कॉलोनी, महावीर नगर, नेहरू नगर, कृषि मंडी, कल्याणपुरा, हमीरपुरा सहित कई स्थानों पर सुबह से शाम तक पशुओं का जमावड़ा रहता है। यहां से निकलने वाले व स्थानीय लोगों के लिए हमेशा खतरा बना रहता है। रात में आवारा पशुओं की धमाचौकड़ी चलती रहती है।
कलक्टर से मिलेंगे
कलक्टर से मिलेंगे
हमने धरना दिया था। इसके बाद जिला कलक्टर ने नगर परिषद को आवारा पशुओं को पकडऩे के आदेश दिए थे। लेकिन एक भी पशु नहीं पकड़ा। कलक्टर को अवगत करवाएंगे।
किशनलाल बड़ारिया, पार्षद नगर परिषद की हठधर्मिता
धरने के दौरान पशुओं को पकडऩे के लिए जिला कलक्टर ने निर्देश दिए थे। लेकिन नगर परिषद की हठधर्मिता का खामियाजा जनता भुगत रही है।
किशनलाल बड़ारिया, पार्षद नगर परिषद की हठधर्मिता
धरने के दौरान पशुओं को पकडऩे के लिए जिला कलक्टर ने निर्देश दिए थे। लेकिन नगर परिषद की हठधर्मिता का खामियाजा जनता भुगत रही है।
सुरतानसिंह, पार्षद
पहले चेताया था शहर में बेआसरा पशुओं की संख्या में प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है। इससे आमजन को खतरा है। धरने में नगर परिषद व प्रशासन को चेताया था।
अनिल व्यास, पार्षद हाथ खड़े कर दिए
पहले चेताया था शहर में बेआसरा पशुओं की संख्या में प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है। इससे आमजन को खतरा है। धरने में नगर परिषद व प्रशासन को चेताया था।
अनिल व्यास, पार्षद हाथ खड़े कर दिए
गत दिनों धरने के दौरान आयुक्त ने जिला कलक्टर के समक्ष बेआसरा पशुओं का पकडऩे पर सहमति जताई थी। लेकिन कुछ नहीं किया। हम कलक्टर से मिलेंगे।
जगदीश खत्री, पार्षद
पशुओं की धमाचौकड़ी का शिकार बना बुजुर्ग
जगदीश खत्री, पार्षद
पशुओं की धमाचौकड़ी का शिकार बना बुजुर्ग
शहर में दो दिन पूर्व सोमवार को मोक्षधाम के पास जटियों का नया वास निवासी 78 वर्षीय बुजुर्ग बेआसरा पशुओं की धमाचौकड़ी का शिकार हो गया। पशुओं की भिडं़त में पास से निकल रहे बुजुर्ग के चपेट में आने से पैर फ्रैक्चर हो गया। निजी चिकित्सालय में ऑपरेशन करवाना पड़ा। इलाज में हजारों रुपए खर्च होने से गरीब परिवार की स्थिति और खराब हो गई।