
Discomforts in Shopping Complex
बड़वानी. नगर पालिका ने अपना राजस्व बढ़ाने के लिए शहर में कई शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बना तो दिए, लेकिन अपने ही नियमों का पालन करना भूल गया। जब नगर पालिका अपने ही कॉम्प्लेक्स में नियम पालन नहीं कर पा रहा तो निजी कॉम्प्लेक्स मालिकों से कैसे नियमों का पालन करा पाएगा। शहर के 90 प्रतिशत शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में कोई पार्किंग व्यवस्था नहीं है। ऐसे में इन कॉम्प्लेक्स के दुकानदारों और आने वाले ग्राहकों को पार्किंग के लिए मशक्कत करना पड़ती है। वहीं, अधिकतर कॉम्प्लेक्स में सुविधाघर मौजूद नहीं है। सुविधाघर के अभाव में यहां-वहां भटकना पड़ता है। सबसे ज्यादा फजीहत महिला वर्ग की होती है।
नपा ने बनाए है नियम
किसी भी शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के लिए नगर पालिका द्वारा नियम बनाए गए है। जिसमें 10 दुकान से ज्यादा वाले कॉम्प्लेक्स में 10 फीट की पार्किंग व्यवस्था और एक महिला, एक पुरुष सुविधाघर व शौचालय होना अनिवार्य है। निजी कॉम्प्लेक्स के लिए तो नपा ने नियम बना दिए, लेकिन अपने ही कॉम्प्लेक्स के लिए ये नियम भूल गया। शहर में नगर पालिका के 13 शॉपिंग कॉम्प्लेक्स है, जिसमें से 11 में न तो पार्किंग है, न सुविधाघर, शौचालय। नपा के अधिकतर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स मुख्य मार्गों पर ही स्थित है। जिसके कारण पार्किंग की सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। उल्लेखनीय है कि शहर में बेतरतीब पार्किंग के चलते रोजाना सड़कों पर जाम लगना आम बात हो गई है।
आपात स्थिति में जनपद की दीवार का सहारा
कारंजा से मोटी माता चौराहा तक नगर पालिका के इंदिरा कॉम्प्लेक्स में 30 दुकानें बनी हुई है। यहां के दुकानदार शोहेब खान, छोटू भाई ने बताया कि यहां कोई सार्वजनिक सुविधाघर नहीं है। आपात स्थिति में जनपद पंचायत के पीछे की दीवार को ही सुविधाघर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यहां पर चौपाटी भी मौजूद है, जिसके कारण महिलाओं को आपत्तिजनक स्थिति का सामना करना पड़ता है। पार्किंग नहीं होने से रोड पर ही वाहन खड़े रहते है। यहां सुविधाघर की मांग कई बार उठ चुकी है।
जाम का करना पड़ता सामना
नगर पालिका का पुराना थाना परिसर कॉम्प्लेक्स और अस्पताल परिसर कॉम्प्लेक्स में भी कोई सार्वजनिक सुविधाघर नहीं है। यहां के दुकानदार गोपाल पंवार, विशाल परिहार ने बताया कि सुविधाघर के लिए जिला अस्पताल के सुलभ शौचालय तक जाना पड़ता है। यहां पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं होने से लोग रोड पर ही वाहन खड़े करते है। जिसके कारण यहां रोज जाम का सामना करना पड़ता है। किसी को दुकान के सामने वाहन खड़े करने से मना करने पर विवाद की स्थिति भी बनती है।
परिषद के निर्णय अनुसार किया काम
नियमों का पालन तो नहीं हो रहा है, लेकिन जैसा तत्कालीन परिषदों का निर्णय था, उसके अनुसार कॉम्प्लेक्सों का निर्माण कराया गया था। सुविधाघर के लिए चलित शौचालय भी लगाए थे, लेकिन वो खराब हो गए।
-प्रदीप गंगराड़े, इंजीनियर, नगर पालिका
पहले शहर छोटा था
नपा के पास जो जमीनें थी वो सब रोड किनारे ही है जिन पर कॉम्प्लेक्स बनाए हैं। पहले शहर छोटा था, इसलिए परेशानी नहीं होती थी। पुराने समय से कॉम्प्लेक्स बने हुए है। नए कॉम्प्लेक्स निर्माण में इन नियमों का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
-मयाराम सोलंकी, प्रभारी सीएमओ
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अनुपस्थित रहने पर 10 कर्मियों को शोकाज
बड़वानी. सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग ने कार्यालय से अनुपस्थित रहने पर 10 कर्मियों को शोकाज नोटिस जारी किया है। शोकाज नोटिस का जवाब तीन दिन में प्रस्तुत न करने पर एक पक्षीय कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग विवेक पांडेय ने कार्यालय में सुबह 11 बजे तक मौजूद न होने पर एक उपयंत्री, एक कनिष्ठ लेखाधिकारी, 3 लिपिक व 5 भृत्य को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया है। इसमें उपयंत्री नवीन कुमार जैन, कनिष्ठ लेखाधिकारी डीएस अलावे, लिपिक महेंद्र तोरनिया, शाकीर एहमद कुरैशी, वर्षा डुडवे, भृत्य शंकुलताबाई, रामेश्वर कुमावत, कुसुमबाई, गणेश यादव, राजेश यादव है।
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पूरे देश में लगे पद्मावती के प्रदर्शन पर रोक, सौंपा ज्ञापन
बड़वानी. निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली द्वारा बनाई गई फिल्म पद्मावती पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। भले ही फिल्म पर मप्र सरकार ने बैन लगा दिया है, लेकिन अब इस फिल्म पर पूरे देश में प्रदर्शन रोकने की मांग लोग कर रहे हैं। मंगलवार को राजपूत समाज करणी सेना की महिलाओं ने इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग को लेकर एक रैली निकाली और मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। मंगलवार दोपहर 1 बजे राजपूत समाज की महिलाओं ने ओलंपिक सर्कल से एक रैली निकाली। रैली कलेक्टोरेट पहुंची, जहां महिलाओं ने नायब तहसीलदार बीआर अस्के को एक ज्ञापन सौंपा। महिलाओं ने बताया कि 13वीं शताब्दी की चित्तौडगढ़़ की महारानी के जीवन पर आधारित इस फिल्म में रानी पद्मावती के किरदार को गलत पेश किया गया है। इस फिल्म पर राजपूत क्षत्रीय समाज को भारी आपत्तिया हैं। जिस रानी के शौर्य, स्वाभिमान और वीरता की कहानियां पूरे राजस्थान में गाई जाती है। उसे दुश्मन के सपनों में आने वाली पतीत चरित्र वाली स्त्री के रूप में पेश किया गया है। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की महिला इकाई ने मांग की है कि इस फिल्म पर पूरे देश में रोक लगाई जाए। ज्ञापन के दौरान करणी सेना की जिलाध्यक्ष करुणा तोमर, नगर अध्यक्ष ज्योति सिसोदिया सहित अन्य महिलाएं उपस्थित थीं। वहीं, बजरंग दल ने भी इस फिल्म को देश में बेन करने की मांग को लेकर नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
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कंपनियों से दिलाई जाई राशि, ज्ञापन सौंपा
बड़वानी. सर्वहित महाकल्याण वेलफेयर फाउंडेशन के सदस्यों ने मंगलवार को एएसपी को ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष तहसील खान, जिला उपाध्यक्ष सुरेश डावर, जिला कोषाध्यक्ष शहजादा खान, जिला सचिव रजामुराद खान ने बताया हमारा फाउंडेशन पिछले डेढ़ वर्ष से विभिन्न कंपनियों में निवेश की गई राशि व रोजगार वेदना की लड़ाई शासन से लड़ रहा है। इस संबंध में कई बार तहसील, जिला व संभाग में ज्ञोपनीय कार्रवाई कई बार की जा चुकी है। लेकिन समाधानपूर्वक जवाब नहीं मिला। उन्होंने प्रकरणों का निराकरण कर अधिकार दिलाने की मांग की। साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर कहा संगठन द्वारा भोपाल में प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
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सीएम कप में विद्यार्थियों ने किया प्रदर्शन
बड़वानी. खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा सीएम कप स्पर्धा का आयोजन मंगलवार को शासकीय मॉडल स्कूल मैदान पर हुआ। स्पर्धा में एथलेटिक्स, कबड्डी, फुटबाल, वालीबाल व कुश्ती कराते खेल में विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। जिला खेल अधिकारी रूपसिंह कलेश ने बताया एथलेटिक्स बालक वर्ग 100 मी. में सचिन मगन, 200 मी. में रायचंद जिवनिया, 400 मी. में सचिन राजाराम व 1 हजार मी. में किशोर लोहारसिंग पहले स्थान पर रहे। लंबी कूद में निलेश कमास्या, गोला फेंक में विक्रम बहादूर, ाला फेंक में राहुल गेंदराम पहले स्थान पर रहे। इसी प्रकार बालिका वर्ग में 100 मी. में खुश्बू गोविंद, 200 मी. में प्रेरणा दादूलाल पहले स्थान पर रही। कबड्डी बालक वर्ग में शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय बड़वानी की टीम व बालिका वर्ग में शासकीय कन्या विद्यालय क्रमांक-1 बड़वानी की टीम विजेता रही। इस दौरान जिला कोच राजेंद्र बघेल, अंजुबाला जाधव, ललिता रोकड़े, वैष्णवी भावसार, जितेंद्र मंडलोई, मुकुंद यादव, शिवकुमार तोमर, पंडित मोरे, राजेश कोचक, केके शर्मा, इंदू यादव, राजीव निगम, जाकिर शेख, सोनी व स्कूल से आए दल प्रभारी मौजूद थे।
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जरूरतमंदों तक पहुंचा रहे अतिरिक्त भोजन
बड़वानी. उतना ही लो थाली में व्यर्थ न जाए नाली में संदेश को साकार करने की पहल स्माईल सोशल वेलफेयर सोसायटी कर रही है। सोसायटी सदस्यों ने बताया आओ खुशियां बाटे थीम के तहत गरीब बस्तियों में पहुंचकर 350 से अधिक जरूरतमंदों को भोजन कराया। शहर में किसी भी प्रकार के कार्यक्रम में ज्यादा भोजन सामग्री बचने पर उसे व्यर्थ न फेंक कर संस्था के हेल्प लाइन नंबर पर संपर्क करने से संस्था द्वारा 30 मिनट में कार्यक्रम स्थल पहुंचकर अतिरिक्त बचे भोजन को जरूरतमंदों तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है। इसी क्रम में शहर के राजघाट रोड स्थित साकी रिसोर्ट में कार्यक्रम के दौरान अधिक मात्रा में भोजन बचने पर तत्काल संस्था से संपर्क किया। इसपर संस्था ने भोजन सामग्री को आशाग्राम स्थित कुष्ट रोगियों की बस्ती में जाकर बांटा। इस दौरान संस्था के डॉ. रावत, अंकुश पाटिल, नीलेश चौधरी, विकास जयसवाल, दिलीप अग्रवाल, प्रज्ञेश पुरोहित, जितेंद्र राठौड़, विनय मंडलोई, महेश चौहान का सहयोग रहा।
Published on:
22 Nov 2017 11:25 am
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