
Former MLA Devisingh Patel dies of high attack
बड़वानी/राजपुर. कल तक जहां खुशी का माहौल था, लोगों की भीड़ लगी हुई थी और खूब हंसबोलकर इस बार चुनाव में जीत की रणनीति बनाने में लगे हुए थे। वहीं, दूसरे दिन यहां नजारा बदला बदला नजर आने लगा। लोगों की भीड़ भी लगी थी, लेकिन किसी के चेहरे पर हंसी नहीं नजर आ रही थे। हर कोई गम में डूबा हुआ था। तीन बार के विधायक और पूर्व राज्य मंत्री व भाजपा प्रत्याशी को चुनाव लडऩे से पहले ही मौत का बुलावा आ गया।
अपने कमरे में सो रहे थे
सोमवार सुबह पूर्व राज्य मंत्री व राजपुर भाजपा प्रत्याशी देवीसिंह पटेल का निधन हो गया। वे रात्रि में हर रोज की तरह गृह ग्राम बांदरकच्छ के निज निवास पर अपने कमरे में सो रहें थे। सुबह पांच बजे उनकी पत्नी ने उन्हें उठाया तब पता चला और वैसे ही उन्हें राजपुर शासकीय स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। अस्पताल में मौजूद डाक्टर लखन पाटीदार ने बताया देवीसिंह पटेल को उनके परिजन अस्पताल पांच बजे के बाद लेकर आये थे उस समय उनकी मौत हो चुकी थी और शरीर में अकडऩ थी।
जनआशीर्वाद यात्रा में भी बिगड़ा था स्वास्थ्य
देवीसिंह पटेल का पूर्व में भी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की इसी वर्ष जुलाई माह में जन आशीर्वाद यात्रा की तैयारी के दौरान जुलवानिया में अचानक स्वास्थ्य खराब हो गया था और इंदौर के निजी अस्पताल में उपचार किया गया था। तब से ही वे शारीरिक रूप से कमजोर हो गए थे। उनके निधन से भाजपा को बड़ी क्षति हुई हैं। क्योंकि वे क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ रखते थे और भाजपा के कद्दावर नेता थे। भाजपा ने उन पर भरोसा रखते हुए विधानसभा राजपुर के लिए उम्मीदवार घोषित कर टिकट दिया था।
सात बार लड़ा था चुनाव, तीन बार रहे विधायक
देवीसिंह पटेल का जन्म 1 अप्रेल 1952 को हुआ था तथा वर्तमान में उनकी आयु 66 वर्ष 7 माह थी। पटेल का भारतीय जनता पार्टी में बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने अपना राजनैतिक जीवन की शुरुआत ग्राम बांदरकच्छ से वर्ष 1982 में पंच के चुनाव से की थी, बाद में देवीसिंह पटेल 1984 से 2013 तक 7 बार चुनाव में किस्मत आजमा चुके थे। यह उनका 8वां चुनाव था 1984 से 2003 तक अंजड़ विधानसभा और परिसीमन के बाद 2008 से 2013 तक राजपुर विधानसभा से चुनाव लड़े थे। वर्ष 1984 में अंजड़ विधानसभा में कांग्रेस के दौलतसिंह वास्कले को हराया, तो 1993 में मांगीलाल वकील से हार का सामना करना पड़ा था। 1998 में देवीसिंह पटेल ने मांगीलाल वकील को हराया। साथ ही 2003 के चुनाव में चंद्रभागा किराड़े और 2008 में शकुंतला वास्कले को हराकर लगातार जीत का परचम लहराया। 2013 के चुनाव में देवीसिंह पटेल कांग्रेस के बाला बच्चन से हारे थे। संपूर्ण क्षेत्र में देवीसिंह पटेल की छवि सरल एवं मिलनसार व्यक्तित्व की थी। पटेल चार बार विधायक रहे तथा उमा भारती के शासन में राज्य मंत्री भी बनाए गए थे। साथ ही वर्ष 2006-07 में भाजपा में बड़वानी जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं। पटेल के परिवार में धर्मपत्नी सुशीला बाई व दो पुत्र अंतर पटेल जो पूर्व में बड़वानी जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके है। साथ ही बहू दुर्गा पटेल जिला पंचायत सदस्य हैं व एक पुत्र माणक पटेल हैं। साथ ही परिवार में उनके दिवंगत छोटे भाई उदयसिंह पटेल ठीकरी के जनपद अध्यक्ष रहें थे। भतीजे सुभाष पटेल वर्तमान में खरगोन-बड़वानी से लोकसभा सांसद है। निधन की सूचना से समूचे क्षेत्र व भाजपा परिवार में शोक की लहर छा गई।
Published on:
05 Nov 2018 12:32 pm
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