मानपुरा माचैड़ी़ जोन में दौलतपुरा, बगवाड़ा, खोराश्यामदास, सेवापुरा, चौंप, बिलौंची, जाटावाली, घटवाड़ा, चंदवाजी, सिरोही सहित 300 से अधिक दुग्ध संकलन केंद्रों पर रोजाना करीब सवा लाख लीटर दूध आता है, लेकिन इनसे जुड़े केन्द्रों के दुग्ध उत्पादकों की करीब 7 करोड़ रुपए की राशि बकाया है। हालांकि इनको दूध की कीमत मिल रही है।
रोजाना 40 लीटर दूध डेयरी में दे रहा हूं। मुख्यमंत्री दुग्ध संबल योजना के तहत इसके 200 रुपए बनते हैं, लेकिन 4 महीनों से राशि नहीं मिल रही है। 24 हजार रुपए बकाया हैं। यदि यह पैसा मिल जाए तो त्योहार अच्छे से मना सकेंगे।
श्रवणलाल चौधरी, पशुपालक, बगवाड़ा
रिशपाल यादव, देगड़ावास खोराश्यामदास पशुपालन पर निर्भर हूं और रोजाना 70 से 80 लीटर दूध डेयरी में देता हूं। करीब रोज 400 रुपए मुख्यमंत्री दुग्ध संबल योजना में बनते हैं। चार महीनों में यह राशि 50 हजार हो गई है। पैसा नहीं मिलने से पशुओं को चारा खरीदने में परेशानी हो रही है। कर्ज लेना पड़ेगा।
सुगलचंद श्योराण, ग्राम मोड़ी गुढ़ासुर्जन
ओमप्रकाश पूनिया, अध्यक्ष, सरस डेयरी