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Jwala Mata – दर्शनार्थ खुला ज्वाला माता का मंदिर

कोरोना महामारी के चलते मंदिर 20 मार्च से बंद था, साढ़े सात माह बाद नियमों की पालना करते हुए होंगे दर्शन, मंदिर के अंदर नहीं चढ़ाई जाएगी प्रसाद,

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Jwala Mata - दर्शनार्थ खुला ज्वाला माता का मंदिर

Jwala Mata - दर्शनार्थ खुला ज्वाला माता का मंदिर

जोबनेर। प्रसिद्ध ज्वाला माता का प्रसिद्ध मंदिर आखिरकार लगभग साढ़े सात माह बाद श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिया गया। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के चलते मंदिर 20 मार्च से बंद था।
पुजारी मंडल के सदस्यों ने बताया कि सरकार द्वारा कोविड से बचाव के नियमों की पालना करते हुए मंदिर खोला गया है। श्रद्धालु मास्क लगाकर दर्शन करेंगे। साथ ही श्रद्धालुओं को सेनेटाइज करने के लिए मशीनें लगाई गई है। सोशल डिस्टेसिंग के नियमों की पालना के लिए गोले बनाए गए है। श्रद्धालुओं द्वारा लाए प्रसाद को मंदिर के बाहर ही चढ़ाया जाएगा।

जनहित को देखते मंदिर नहीं खोला
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा 7 सितंबर से गाइड लाइन के अनुसार मंदिर खोलने के आदेश दिए गए थे, परन्तु पर्याप्त इंतजाम नहीं होने व श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने पहले 30 सितंबर तक व बाद में 31 अक्टूबर तक मंदिर नहीं खोलने का निर्णय लिया गया था। मंडल के सदस्यों ने बताया कि कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा था, ऐसे में थोड़ी सी चूक भारी पड़ सकती थी। ऐसे में जनहित को देखते हुए मंदिर नहीं खोला गया।

लाखों श्रद्धालु पहुंचते दर्शनार्थ
ज्वाला माता मंदिर में चैत्र माह में लक्खी मेला भरता है जो अबकी बार नहीं भरा वही आश्विन माह में मेला भरता है, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते है। यह आयोजन भी इस बार टाल दिया गया था। जब से मंदिर निर्माण हुआ, तब से सैकड़ों वर्षो में पहली बार मंदिर के पट बन्द रहे।