यदि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो इस समयावधि में मतदान बूथों की संख्या पिछले चुनाव के मुकाबले कम बढ़ी है। वर्ष 2013 में जयपुर की इन 19 सीटों पर जहां 4266 मतदान बूथ थे। इसके बाद में 2018 के चुनाव में निर्वाचन आयोग ने 323 बूथों की संख्या बढ़ा दी। जबकि 2018 के मुकाबले 2023 के चुनाव में मात्र 47 मतदान केन्द्र ही बढ़े है।
![जयपुर में 19 सीट के 4636 पोलिंग बूथों पर होगा प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला](https://cms.patrika.com/wp-content/uploads/2023/11/17/evm_1_8593265-m.jpg)
विधानसभा चुनाव में मतदान बूथ ही सबसे बड़ी बात होती है। राजनीतिक पार्टियों की हर बूथ पर नजर रहती है। चुनावों में एक कहावत भी है कि बूथ मजबूत तो सब कुछ मजबूत। कार्यकर्ताओं को बूथ वाइज जिम्मेदारी सौंपी जाती है। निर्वाचन आयोग की मतदान के लिए बूथवाइज तैयारी रहती है। हर बूथ पर मतदानकर्मी, वाहन व पुलिस जाप्ता तैनात किया जाता है।
विधानसभा 2013…2018…2023
कोटपूतली…204…224…228
विराटनगर…191…220…228
शाहपुरा …182…213…217
चौमूं…190…227…226
फुलेरा…231…250…258
दूदू…232…270…269
झोटवाड़ा…307…347…337
आमेर…238…273…274
जमवारामगढ़…208…237…239
हवामहल…209…211…213
विद्याधर नगर…276…274…286
सिविल लाइन…214…207…212
किशनपोल…190…168…180
आदर्शनगर…199…215…216
मालवीय नगर 199…185…188
सांगानेर…263…277…278
बगरू…277…305…300
बस्सी…227…252…251
चाकसू…229…234…236
कुल…4266…4589…4636