scriptपूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी का कुनबा समाजवादी पार्टी में शामिल, कभी अखिलेश यादव को कहा था ‘जो पिता का नहीं हुआ…. | BSP Leaders and Ex Minister Ram Prasad Chaudhary Join Samajwadi Party | Patrika News

पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी का कुनबा समाजवादी पार्टी में शामिल, कभी अखिलेश यादव को कहा था ‘जो पिता का नहीं हुआ….

locationबस्तीPublished: Jan 20, 2020 06:39:40 pm

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Samajwadi Party Join

समाजवादी पार्टी ज्वाइन

बस्ती. ‘जो अपने पिता का नहीं हुआ वो प्रदेश की जनता का क्या होगा’ अखिलेश यादव के खिलाफ 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले ये बयान देने वाले बसपा नेता और पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी अपने पूरे परिवार के साथ अब समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। राम प्रसाद चौधरी, उनके भतीजे और पूर्व सांसद अरविंद चौधरी व राम प्रसाद के पुत्र कविंन्द्र चौधरी ने ने लखनऊ में समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली। उनके अलावा पूर्व विधायक नन्दू चौधरी, दूधराम और राजेन्द्र चौधरी व पूर्व प्रत्याशी विपिन शुक्ला और अखिलेश चौधरी के साथ ही छह से अधिक जिला पंचायत सदस्य, 17 पूर्व जिला पंचायत सदस्य, सात पूव ब्लॉक प्रमुख समेत दर्जनों प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने सपा का दामन थाम लिया।

आज समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे बसपा के पूर्व मंत्री, 3 पूर्व विधायक, व पूर्व सांसद समेत हजारों कार्यकर्ता

पूर्व मंत्री रहे राम प्रसाद चौधरी बसपा में रहते हुए समाजवादी पार्टी और मुलयम व अखिलेश यादव पर खूब हमलावर रहते थे। 2017 विधानसभा चुनाव के पहले बस्ती के जीआईसी मैदान में पिछड़ा वग सम्मेलन में सपाइ कुनबे के विवाद को लेकर कहा था कि जो अपने पिता का नहीं हो सका वो प्रदेश की जनता का क्या होगा। राम प्रसाद चौधरी को 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में हारे थे। वह तीसरे स्थान पर थे। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी कप्तानगंज विधानसभा सीट से राम प्रसाद चौधरी दूसरे नंबर पर रहे।
बसपा को बड़ा झटका, पूर्व सांसद ने कई नेताओं संग छोड़ी पार्टी

बीते साल 2019 में 23 नवंबर को पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी, पूर्व विधायक राजेन्द्र चौधरी, जितेन्द्र चौधरी व दूधराम को पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के आरोप में बसपा से निकाल दिया गया। इसके दो दिन बाद ही चौधरी के भतीजे और पूर्व सांसद अरविंद चौधरी ने भी पार्टी छोड़ दी। इसके बाद इन नेताओं के समर्थन में भी बसपा की बस्ती इकाई में भगदड़ सी मच गयी। बीते 15 जनवरी को भी पूर्व प्रत्याश समेत कई नेताओं ने बसपा से इस्तीफा दिया था।
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