Skin Pigmentation: पिगमेंटेशन चेहरे की रंगत पर गहरा असर करता है, जिससे त्वचा डल और खूबसूरत नहीं दिखती। आइए, हम कुछ घरेलू तरीकों को अपनाकर इस समस्या का समाधान कर सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ नेचुरल फेस पैक।
Skin Pigmentation: पिग्मेंटेशन की वजह से चेहरे पर बुरा असर पड़ता है, जिससे हमारे कॉन्फिडेंस पर गहरा असर पड़ता है। इसका कारण धूप, हार्मोनल बदलाव, तनाव, या पॉल्यूशन और ब्यूटी प्रोडक्ट्स के रिएक्शन का असर हो सकता है। अगर आप भी नेचुरल तरीके से इसका हल निकालना चाहते हैं, तो ये घरेलू फेस पैक आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इस आर्टिकल में कुछ आसान और असरदार फेस पैक्स के बारे में बताया गया है, जो आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
हमारी त्वचा का रंग और उसकी चमक सीधे तौर पर मेलानिन से जुड़ी होती है। जब किसी कारण से मेलानिन का उत्पादन असंतुलित हो जाता है, तो स्किन पर काले धब्बे या पैच उभरने लगते हैं, जिन्हें हाइपरपिगमेंटेशन कहा जाता है।यह समस्या अधिकतर माथे, गालों और नाक पर दिखाई देती है। शुरुआती दौर में हल्के धब्बों के रूप में यह नजर आती है, लेकिन समय रहते ध्यान न देने पर यह गहरे पैच में बदल जाती है।
हल्दी अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी और स्किन लाइटनिंग गुणों के लिए जानी जाती है। रिसर्च के मुताबिक हल्दी के अर्क से कुछ ही हफ्तों में हाइपरपिगमेंटेशन के धब्बे हल्के हो सकते हैं। हल्दी पाउडर को दूध के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं और फेस पर लगाएं। यह न केवल धब्बों को हल्का करता है बल्कि स्किन को एक्सफोलिएट भी करता है।
नींबू विटामिन C का बेहतरीन स्रोत है, जो स्किन टोन को ब्राइट बनाता है। वहीं शहद स्किन को नमी और स्मूदनेस देता है। दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट बाद धो लें। इससे पिगमेंटेशन कम होगा और चेहरा नैचुरली ग्लो करने लगेगा।
आलू का रस
आलू में मौजूद कैटेकोलेज एंजाइम त्वचा को हल्का करने का काम करता है। आलू को पतले स्लाइस में काटकर सीधे चेहरे पर रगड़ें या इसका रस निकालकर कॉटन से प्रभावित जगह पर लगाएं। नियमित इस्तेमाल से डार्क स्पॉट्स धीरे-धीरे हल्के होने लगते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।