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पहले समझाइश करेंगे, नहीं माने तो फिर होगी सख्ती

locationब्यावरPublished: Dec 12, 2019 01:38:26 am

Submitted by:

sunil jain

 
सभापति ने सौपी अलग-अलग जिम्मेदारी
बेतरतीब खड़े रहने वाले ठेला संचालकों का मामला

पहले समझाइश करेंगे, नहीं माने तो फिर होगी सख्ती

पहले समझाइश करेंगे, नहीं माने तो फिर होगी सख्ती

ब्यावर. सभापति नरेश कनौजिया ने कहा कि शहर को सुंदर, सुव्यवस्थित व स्वच्छ बनाने के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। अतिक्रमण व बेतरतीब पार्किग के कारण जिन स्थानों पर जाम लगता है। उन्हें चिन्हित कर दिया गया है। बेतरतीब पार्किग करने वाले एवं सड़क पर ठेला खड़ा करने वालों के साथ समझाइश की जा रही है। समझाइश के बावजूद व्यवस्था को बेहतर बनाने में सहयोग नहीं करने वालों पर सख्ती बरती जाएगी। सभापति कनौजिया बुधवार को सभापति कक्ष में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शहर स्वच्छ हो एवं जगह-जगह अनावश्यक रुप से जाम की स्थिति नहीं बने। इसके लिए व्यवस्था को बेहतर करने की कार्ययोजना तैयार की है। इसके तहत सड़क पर ठेले लगाकर यातायात व्यवस्था को प्रभावित करने वालों को पहले समझाया जाएगा। इसके लिए कर्मचारियों की ओर से समझाया जा रहा है। समझाइश के बावजूद व्यवस्था में सहयोग नहीं करने वालों पर सख्ती बरती जाएगी। इस दौरान बैंकटलाल शर्मा, कपिल गोरा, मनोज शर्मा, भरत मंगल सहित अन्य उपस्थित रहे।
आएंगे नए कंटेनर
नए कचरा पात्र मंगवाने की तैयारी की जा रही है। इसमें बडे कंटेनर भी मंगवाए जांएंगे। जहां पर कचरा अधिक होता है। वहां पर यह कंटेनर लगाए जाएंगे। शहर की नियमित सफाई हो। इसको लेकर भी प्रयास किए जा रहे है। संसाधनों की कमी विकास में बाधक नहीं बने। एेसे में संसाधन बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा।
ऑटो की संख्या भी बढ़ाने पर विचार
शहर मंे वार्डो की संख्या बढ़कर साठ हो गई। जबकि डोर टू डोर कचरा संग्रहण के लिए १५ ऑटो ही है। इसके चलते एक ऑटो के जिम्मे करीब चार वार्ड आते है। ऑटो की संख्या कम होने से डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाले ऑटो कई गलियों तक पहुंच ही नहीं पाते है। एेसे में ऑटो की संख्या बढ़ाने को लेकर भी कवायद तेज कर दी गई है। करीब दस ऑटो की और आवश्यकता है ताकि डोर टू डोर कचरा निस्तारण की व्यवस्था सुचारु हो सके।
कचरा निस्तारण संयंत्र लगाने के लिए स्थान चिन्हित
शहर में कचरा निस्तारण संयंत्र व डिस्पोजल यूनिट लगाने के लिए लम्बे समय से प्रयास चल रहे है। अब तक इसकी क्रियान्विति नहीं हो सकी है। डिस्पोजल यूनिट लगाने के लिए नगर परिषद की तकनीकी शाखा ने स्थान चिन्हित किए है। ताकि संयंत्र लगाए जा सके। नगर परिषद प्रशासन ने जन सहयोग से डिस्पोजल यूनिट लगाने के प्रयास किए। इसमें सफलता नहीं मिली। अब परिषद अपने स्तर पर ही यूनिट लगाने पर विचार कर रही है।

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