
बारिश का मौसम आते ही बढ़ा करंट लगने का खतरा (Photo Patrika)
CG News: बेमेतरा जिले में बिजली करंट की चपेट में आने से मौत व घायल होने की घटनाएं बारिश के मौसम के साथ ही बढ़ गई है। जिले में बीते 21 से लेकर 27 जून तक अलग-अलग क्षेत्रों में करंट लगने से चार की मौत हुई है। चारों की मौत बिजली संबंधित हादसों में तीन प्रकरणों में खेत जाने से हुई है। हादसों को देखते हुए विभाग ने सावधानी बरतने की बात कही है।
जानकारी हो कि आम दिनों की अपेक्षा बारिश व नमी के समय करंट लगने की घटनाएं अधिक होती हैं। बिजली संबधित घटनाओं से बचने के लिए जानकार सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। जानकार बताते हैं कि बारिश के समय बारिश के दिनों में बिजली से करंट लगने की घटनाएं अधिक होती हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि बारिश का पानी बिजली का सुचालक होता है, जिससे बिजली के तारों या उपकरणों से करंट का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, बारिश के कारण नमी भी बढ़ जाती है, जिससे बिजली के उपकरणों और तारों में करंट का खतरा और बढ़ जाता है।
बारिश का पानी, विशेष रूप से वर्षा जल में घुले हुए लवणों के कारण बिजली का अच्छा सुचालक बन जाता है। इंजीनियर सतीष पांडे बताते हैं कि बारिश में हादसे का खतरा का एक बार अर्थिंग की कमी भी है। कई घरों में अर्थिंग की कमी या कमजोर अर्थिंग के कारण भी करंट लगने का खतरा बढ़ जाता है। समय रहते इस पर ध्यान देने की जरूरत रहती है। बेमेतरा जेई गुलाब साहू ने बताया कि बिजली विभाग द्वारा लोगों को समझाया जाता है। अगर दुर्घटना हो रही है तो विभाग अपने पोल कनेक्शन की सप्लाई की चपेट में आने वालों को मुुअवाजा देता है। घरेलू कनेक्शन की चपेट में आने वालों को पात्र नहीं माना जाता।
किसान के खेत में तीन महीने से तीन खंभे गिरे
थानखम्हरिया के समीपस्थ ग्राम पेंडरी कला के एक किसान के खेत में तीन खंभे तीन माह से गिरे हुए हैं। शिकायत के बाद भी विभाग द्वारा अनदेखी की गई। किसान फसल बुआई करने के लिए खंभे को खेत से हटाने व गड़ाने के लिए ऑफिस का चक्कर लगा लगाकर थक गए लेकिन अधिकारी किसान की बातों पर ध्यान नहीं दे रहे। खंभे गड़ाने के लिए और गड्ढे खोद दिए, जिसमें बरसात का पानी भर गया, जिससे और घटना घटित हो सकती है, जिससे साफ दिखाई देता है कि बिजली विभाग आंख बंद कर मौन बैठा है। आखिर किसान की फसल खराब का जिम्मेदार कौन है और उनकी उदासीनता को प्रदर्शित करती है।
उपभोक्ताओं से सावधानी बरतने की अपील
घरेलू कनेक्शन से हादसा होने पर नहीं मिलेगी प्रतिपूर्ति राशि
बारिश व नमी के कारण हादसे का खतरा अधिक
गिली जगहों पर तार न छुएं।
बारिश के मौसम में बिजली के पोल, बॉक्स, ट्रांसफॉर्मर, अर्थिंग वायर को ना छूएं।
लूपिंग नहीं करनी चाहिए क्योंकि बारिश के मौसम में अच्छी अर्थिंग मिलने से हाई वोल्टेज का करंट आपस में प्रवाहित हो सकता है।
कहीं चिंगारी उठ रही हो, तार टूटा हो या फिर अर्थिंग सेट में करंट आ रहा हो तो सूचना तुरंत संबंधित अभियंता या जीएसएस को दें।
खुले तार आदि को न तो खुद हाथ लगाएं और ना ही किसी दूसरे व्यक्ति को छूने दें।
बिजली के पोल से पशुओं को ना बांधें क्योंकि करंट कभी भी प्रवाहित हो सकती है।
बिजली की लाइनों के नीचे कोई भी वाहन ना खड़ा करें।
Updated on:
28 Jun 2025 02:25 pm
Published on:
28 Jun 2025 02:23 pm
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